Purvanchal Expressway : अपनी तरह का अनोखा रोमांचक रास्ता, मऊ और गाजीपुर वालों को दिल्ली से जोड़ने वाला!

सौ किमी से ज्यादा तेज चलोगे तो चालान कटेगा

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New Delhi : देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे’ (Purvanchal Expressway) है। ये 341 किलोमीटर लंबा और 6 लेन एक्सप्रेस-वे है। इसे बनाने में 22 हजार 497 करोड़ का खर्चा आया। अक्टूबर 2018 में इसे बनाने का काम शुरू हुआ था। इस सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे का 16 नवंबर साल 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था। जबकि, इसकी आधारशिला जुलाई 2018 में रखी गई थी। ये यूपी के नौ जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर को सीधे राजधानी दिल्ली से जोड़ता है।

इस पर सफर करना काफी रोमांचक है। ये 341 किलोमीटर लंबा 6 लेन का एक्सप्रेस-वे है। इसकी हर दिशा में 3 लेन हैं। इसे बाद में 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है। ये सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे है जबकि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे देश का सबसे चौड़ा एक्सप्रेस-वे है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 18 फ्लाईओवर, सात रेलवे ओवर ब्रिज, सात लंबे पुल, 104 छोटे पुल, 13 इंटरचेंज और 271 अंडरपास हैं।

7 घंटे में तय होता है 4 घंटे में
इस 341 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे (Expressway) ने सफर को आसान बना दिया है। इस पर लखनऊ से बिहार के बक्सर के बीच के सफर को 7 घंटे से कम करके करीब 4 घंटे का कर दिया। लखनऊ से गाजीपुर तक की दूरी तय करने में पहले जहां 6 घंटे लगते थे, अब साढ़े तीन घंटे ही लगते हैं।

बनाने में इतने रुपए खर्च
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) को बनाने में करीब 22 हजार 497 करोड़ का खर्चा आया। अक्टूबर 2018 में इसका काम शुरू हुआ था और तीन साल में इसे पूरा कर लिया गया। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से यूपी के कई शहरों को फायदा हुआ है। लोगों को भी अब सफर में आसानी हुई है।

गाड़ियों के लिए स्पीड
इस एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों के लिए स्पीड निर्धारित की गई है। इससे तेज चलने पर चालान किया जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) पर कार को 100 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से ज्यादा तेज नहीं चलाया जा सकता है। एक्सप्रेस-वे पर कैमरे भी लगाए गए हैं, जिससे वाहनों पर नजर रखी जाती है।

लखनऊ से गाजीपुर तक फर्राटा
इस एक्सप्रेस-वे लखनऊ-सुल्तानपुर रोड पर स्थित लखनऊ जिले के चंदसराय गांव से शुरू होता है और गाजीपुर जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर हैदरिया गांव में खत्म होता है। यमुना एक्सप्रेस वे नोएडा को आगरा से जोड़ता है। जबकि, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे राज्य की राजधानी लखनऊ तक जाता है। वहीं पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे यूपी-बिहार सीमा (UP Bihar Border) से लगभग 18 किमी की दूरी पर खत्म होता है।

सबसे बड़ा बुनियादी ढांचा
ये एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश सरकार की तैयार की गई सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजना में से एक है। इसे अविकसित पूर्वांचल क्षेत्र के विकास के वाहक के तौर पर देखा जाता है। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से यूपी के शहरों में विकास को गति मिलेगी। इससे यूपी के लोग देश की राजधानी से जुड़ सकेंगे। यूपी के लोगों का देश की राजधानी तक पहुंचना आसान हुआ है। पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे का सबसे बड़ा फायदा ये है कि अब लोगों को इसपर सफर करने में समय की काफी बचत हो रही है। इसपर रात में भी आसानी से सफर किया जा सकता है।