Rachit Kataria: अंतरराष्ट्रीय अबेकस प्रतियोगिता में रचित कटारिया चैंपियन,नई दिल्ली में आयोजित स्पर्धा में 30 देश के 6000 छात्रों ने लिया था भाग
राजेश जयंत की रिपोर्ट
अलीराजपुर। नई दिल्ली के विज्ञान भवन कन्वेंशन सेंटर में यूसीमास द्वारा आयोजित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अबेकस प्रतियोगिता में जिले के उदयगढ़ निवासी रचित गौरव कटारिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर रनरअप और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीसरे राउंड की चैंपियनशिप अपने नाम की है।
14-15 दिसंबर को आयोजित इस स्पर्धा में 30 देशों के 6,000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। मध्य प्रदेश से 952 विद्यार्थी इसमें शामिल हुए। इस प्रतियोगिता में छात्रों को चार राउंड में 200 से अधिक जटिल गणितीय समस्याओं को मात्र 8 मिनट में हल करना था। आईपीएस झाबुआ में अध्यनरत कक्षा छठी के छात्र रचित गौरव पूनम कटारिया ने इस चुनौती को कुशलता और आत्मविश्वास के साथ पूरा कर मध्य प्रदेश का नाम रोशन किया।
रचित को मिली सफलता पर यूसीमास रतलाम विनर वर्ल्ड अबेकस के डायरेक्टर राज बसु ने कहा कि मोबाइल गेम्स की लत बच्चों की एकाग्रता को प्रभावित कर रही है। ऐसे समय में रचित गौरव कटारिया का गणितीय कौशल और अबेकस के प्रति लगाव अन्य बच्चों के लिए प्रेरणा बनेगा।
*उदयगढ़ पहुंचने पर सम्मान*
अंतरराष्ट्रीय चैंपियन ट्रॉफी के साथ रचित कटारिया सोमवार को अपने घर लौटे। स्वजन सहित गौरवांवित ग्राम वासियों ने स्नेह प्रकट करते हुए आतिशबाजी की। ढोल बजाते हुए पुष्प मालाओं से रचित को लाद दिया । ट्रॉफी लेकर श्री राम मंदिर पहुंचे रचित का मंदिर के पुजारी गोविंद जी शर्मा राधाबाई शर्मा ने तिलक लगाकर शुभाशीष प्रदान किया।
अबेकस के बारे में कुछ खास बातें:
-अबेकस एक प्राचीन गणितीय उपकरण है जिसका इस्तेमाल गणना के लिए किया जाता है।
-इसमें छड़ या खांचे के साथ काउंटरों को स्लाइड करके गणितीय कार्यों को किया जाता है।
-अबेकस का इस्तेमाल जोड़, घटाव, गुणा, भाग, भिन्न, वर्गमूल जैसी गणितीय समस्याओं को हल करने के लिए किया जाता है।
-अबेकस का इस्तेमाल करने से बच्चे एकाग्रता, सुनने, गति, सटीकता, कल्पना, नवाचार, रचनात्मकता और फोटोग्राफिक मेमोरी का कौशल हासिल करते हैं।
-अबेकस से क्यूबिक डिग्री तक की जड़ों की गणना भी की जा सकती है.
*कार्यक्रम में इन्होंने यह कहा-*
-यूसी इंटरनेशनल कॉरपोरेशन के सीईओ एलेक्सन वोंग ने कहा कि “यूसीएमएएस प्रतियोगिता अपनी तरह की सबसे बड़ी और सबसे प्रभावशाली प्रतियोगिता बन गई है। दुनिया भर के छात्रों को अपनी रचनात्मकता, दृश्य स्मृति और ध्यान का प्रदर्शन करते देखना प्रेरणादायक है – ये कौशल उनकी भविष्य की सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
-यूसीएमएएस इंडिया के सीईओ और अध्यक्ष स्नेहल करिया ने भारत में यूसीएमएएस के 25 साल पूरे होने पर दिल्ली में इस कार्यक्रम की मेजबानी करने पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि “यह मंच हमारे छात्रों की असाधारण प्रतिभा को उजागर करता है और भविष्य के लिए आवश्यक कौशल से लैस अगली पीढ़ी के नेतृत्व को प्रेरित करता है।”
-पूर्व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी पुरस्कार समारोह में शामिल हुई। उन्होंने भी प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि “यूसीएमएएस संज्ञानात्मक कौशल और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ा रहा है।”