Raghav Chadha Suspended : फर्जी सिग्नेचर मामले में राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबित!

विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक चड्ढा निलंबित रहेंगे!

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Raghav Chadha Suspended : फर्जी सिग्नेचर मामले में राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबित!

New Delhi : आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को फर्जी सिग्नेचर मामले में राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। राज्यसभा में सांसद राघव चड्ढा के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया गया। सदन में उनके आचरण को बेहद निंदनीय बताया गया। यह कार्रवाई सभापति जगदीप धनखड़ ने हस्ताक्षर विवाद मामले में की।

जगदीप धनखड़ ने कहा कि जब तक विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक राघव चड्ढा निलंबित रहेंगे। इसके साथ ही सभापति ने आप सांसद संजय सिंह के निलंबन को भी जारी रखा। संजय सिंह के मामले में भी विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबन जारी रहेगा। राज्यसभा में बीजेपी सांसद पीयूष गोयल ने राघव चड्ढा के मामले का जिक्र किया और कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। जिस तरह से बिना सदस्य की जानकारी के उनका नाम लिस्ट में डाल दिया गया है, वह बहुत ही गलत बात है।

Raghav Chadha

पीयूष गोयल ने कहा कि बाद में राघव चड्ढा ने सदन से बाहर जाकर कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और वह इस मामले पर ट्वीट भी करते रहे। जब तक विशेषधिकार हनन की रिपोर्ट नहीं आती, तब तक राघव चड्ढा का निलंबन जारी रहेगा।

पीयूष गोयल ने यह भी कह कि संजय सिंह ने भी जिस तरह से आचरण किया वो बेहद निंदनीय है। वे निलंबन के बाद भी सदन में बैठे रहे। इसकी वजह से सदन की कार्रवाई भी स्थगित करनी पड़ी। ये चेयर का अपमान है। संजय सिंह अब तक 56 बार वेल में आ चुके हैं, जो दिखाता है की वो सदन की कार्रवाई बाधित करना चाहते हैं। संजय सिंह राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित रहेंगे।

अब राघव चड्ढा के सस्पेंशन पर बीजेपी ने तंज कसा। दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने ‘आप’ पर हमला बोला। उन्होंने अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि ‘फर्ज़ी हस्ताक्षर के मामले में हुई बड़ी कार्रवाई, राघव चढ़ा हुए राज्यसभा से निलंबित. फर्ज़ी पार्टी के फर्ज़ी लोग!’

राघव ने आरोपों को खारिज किया

राघव का निलंबन सदन के नेता पीयूष गोयल द्वारा पेश किए गए एक प्रस्ताव के बाद हुआ, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 के लिए प्रस्तावित चयन समिति में उच्च सदन के चार सदस्यों के नाम शामिल करने के लिए AAP नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित हो गया। वहीं चड्ढा ने गुरुवार को आरोपों को खारिज किया और कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी ने उन्हें निशाना बनाया क्योंकि, वे यह स्वीकार नहीं कर सकती कि एक 34 वर्षीय सांसद ने उनके सबसे बड़े नेताओं पर हमला किया।