Bhopal : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रविन्द्र भवन में पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा की 75वीं जन्म वर्षगाँठ पर अभिनंदन समारोह को संबोधित किया। मुख्यमंत्री और अमृत महोत्सव समिति ने रघुनंदन शर्मा को अभिनंदन-पत्र भेंट किया और उन पर केन्द्रित स्मारिका का विमोचन किया गया।
इस कार्यक्रम में CM ने कुछ ऐसे किस्से सुनाए जो रघुनंदनजी और उनकी जिंदगी से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि जब रघुनंदनजी कार्यालय मंत्री बनकर आए थे, तब मैं युवा मोर्चा का कार्यकर्ता था। युवा मोर्चा का कार्यकर्ता भी ऐसा कि 24 घंटे काम करने वाला, कोई धुन ही नहीं थी। रघुनंदनजी दुबले- पतले थे। उन्होंने घी भी पिला! लेकिन, बहुत ज्यादा मोटे नहीं हो पाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको एक और राज की बात बताऊं, युवा मोर्चा का काम करते-करते हम कभी कभार रूठ जाया करते थे। नौजवान लोग अक्सर रूठ जाया करते हैं। एक बार हम रूठकर घर जैत चले गए। जैत पहुंचकर अपने खेत-खलिहान के काम में लग गए। हमने रघुजी से कहा भी कि अब हम खेती के काम में लग जाएंगे। फिर एक दिन रघुजी ने एक बार विपिन से कहा ‘शिवराज को ले आओ बाकी मैं बात कर लूंगा।’ संदेश मिला, एक बार तो आ ही जाओ। तो हमने कहा एक बार में क्या दिक्कत है, चलते हैं। लेकिन, इस बार रघुनंदनजी ने एक बार में ऐसा पटाया कि हम खेत छोड़कर फिर पार्टी के काम में लग गए।
शिवराज ने कहा कि समाज और दूसरों की सेवा करने में ही जीवन की सार्थकता है और रघुनंदन जी हमेशा समाज-सेवा और परहित के काम करते रहे। रघुजी सबको स्नेह करते हैं। जीवन भर किए गए उनके कार्य सराहनीय हैं। उनका सारा जीवन प्रामाणिकता से भरा हुआ है। वे दृढ़ निश्चय के धनी हैं। ऐसे ही सकारात्मक कार्यों में सक्रिय रहकर लगातार आगे बढ़ाते रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि रघुनंदनजी ने सारा जीवन भारत माता के चरणों में समर्पित कर दिया। उनको जो भी काम दिया गया उन्होंने उसे बखूबी पूरा किया।