राहुल गांधी ने मानगढ़ से राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के आदिवासी वोटरों को साधा

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राहुल गांधी ने मानगढ़ से राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के आदिवासी वोटरों को साधा

गोपेंद्र नाथ भट्ट की विशेष रिपोर्ट 

नई दिल्ली/बाँसवाड़ा। कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने बुधवार को राजस्थान,मध्य प्रदेश और गुजरात के सीमावर्ती इलाकों में आदिवासियों की सघन आबादी के मध्य एक ऊँची पहाड़ी पर स्थित आदिवासियों के श्रद्धा स्थल मानगढ़ पर विश्व आदिवासी दिवस पर विशाल रैली को सम्बोधित कर एक साथ तीन प्रदेशों के आदिवासी वोटरों को साधने का काम किया हैं । कांग्रेस ने राजस्थान ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश और गुजरात के आदिवासी वोटरों को भी सियासी संदेश देने के रणनीति बनाई है। कांग्रेस ने उदयपुर के चिंतन शिविर में आदिवासी और दलितों पर फोकस करने की कार्य योजना बनाई थी ।राजस्थान और मध्य प्रदेश दोनों ही राज्यों में इस वर्ष के अन्त में विधानसभा चुनाव होने है और यहाँ सीमावर्ती इलाक़ों में आदिवासी वोटर्स काफी संख्या में है। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव की दृष्टि से

सीमावर्ती गुजरात का आदिवासी इलाक़ा भी अहम भूमिका निभा सकता हैं। आदिवासी वोट प्रारम्भ से ही कांग्रेस के परम्परागत वोटर माने जाते है लेकिन कालान्तर में भाजपा ने भी इसमें सेंधमारी की है।

 

लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा में मोदी सरकार को घेरने और ज़ोरदार गरजने के बाद बुधवार को राहुल गांधी दक्षिण राजस्थान के नवगठित बाँसवाड़ा संभाग के मानगढ़ पहुंचे धाम पहुँचें थे। मानगढ़ पर 1913 में आदिवासियों के गोविन्द गुरु के अनुयायियों पर अंग्रेजी हकूमत की पुलिस की गोलियों से 1500 लोग शहीद हों गए थे। इसलिए इतिहासकार इसे अमृतसर के जलियाँवाला बाग से भी बड़ा हत्याकाण्ड मानते है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गुजरात विधान सभा से पूर्व यहाँ आयोजित हुई एक सरकारी कार्यक्रम और रैली में गुजरात और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों की उपस्थिति में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की माँग रखी थी।राजस्थान सरकार ने यहाँ ऐतिहासिक घटना को दर्शाने वाला एक स्मारक एवं पेनेरोमा बनाया है, वहीं गुजरात सरकार ने नरेन्द्र मोदी के मुख्यमंत्रित्व काल में अपनी सीमा में सुन्दर बगीचा और अन्य विकास कार्य किए हैं।

 

राहुल गाँधी ने मानगढ़ धाम पर निर्मित स्मारक पर पुष्प अर्पित करने के बाद कांग्रेस की विशाल रैली को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि आदिवासी देश का प्रथम और असली मालिक बताया है ।उन्होंने कहा कि भारत देश की जमीन आदिवासियों की ही थी जो आज आधुनिक लोगों के पास है ।

 

उन्होंने अपनी दादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि बचपन में उन्होंने मुझे एक किताब दी थी जिसमें एक आदिवासी बालक की कहानी थी। जब मैंने उनसे आदिवासी के बारे में जानना चाहा तों उन्होंने बताया कि यें ही देश के पहलें निवासी थे।इन्दिरा जी ने हमेशा ही आदिवासियों को अपना समझा और उनके विकास के लिए कई काम किए।

 

भाजपा पर करारा प्रहार करते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा ने एक नए शब्द का इजाद किया है कि आदिवासी वनवासी है और वे उन्हें जंगल तक ही सीमित रखना चाहते हैं। वे आदिवासी को वनवासी कह कर उनका अपमान करते हैं। बीजेपी आपको वनवासी कहती है,आदिवासी नहीं। ये आपके अपमान के साथ-साथ भारत माता का भी अपमान है।

राहुल गांधी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि आदिवासी का बच्चा भी पढ़ लिख कर पायलट बने, डॉक्टर बने या वकील बनकर देश के विकास में अपना योगदान दें।उन्होंने कहा कि बीजेपी-आरएसएस चाहती है कि आप जंगल में रहें, लेकिन मेरा मानना है कि आप ही इस देश के असली मालिक हैं। देश की जमीन आपकी जमीन है और आपको अपना हक मिलना चाहिए।आप आदिवासी थे, आदिवासी हैं और आदिवासी रहेंगे।

 

*मणिपुर में भारत माता की आत्मा की हत्या की गई*

 

राहुल गाँधी ने कहा कि भाजपा की विभाजन कारी सोच ने मणिपुर में ज़बर्दस्त आग लगा दी है। वहां पर लोग और बच्चे मारे जा रहे हैं तथा महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में भारत माता की आत्मा की हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि पीएम  नरेंद्र मोदी चाहे तो मणिपुर में दो-तीन दिन में शांति कायम हो सकती है लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है । मणिपुर जल रहा है। उन्होंने कहा कि मणिपुर को बांटा गया है और भाजपा वहाँ लोगों को आपस में लड़ाने, नफरत और हिंसा फैलाने का काम कर रही है।

*गहलोत की सरकार की योजनाओं की तारीफ*

राहुल गांधी ने राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि यहां पर मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना, एससी-एसटी का फंड 500 करोड़ से 1000  करोड़ करने, कालीबाई स्कूटी वितरण योजना और कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना लागू करना आदि कई जन कल्याणकारी योजनाएँ चल रही है। उन्होंने कहा कि हम गरीबों के लिए सरकार चलाते हैं और उनका भला करने का काम करते हैं।

राहुल गांधी ने आदिवासियों को विश्वास दिलाया कि मैं आपका सिपाही हूं। दिल्ली में रहता हूं लेकिन आप जब चाहेंगे आपके पास आऊंगा और आपकी मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहूंगा।

*मानगढ़ धाम के विकास पर 100 करोड़ रु होंगे खर्च-अशोक गहलोत

अपने पैरों में चोट के बाद जयपुर से पहली बार बाहर निकलें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गाँधी का गर्म जोशी से स्वागत किया। राहुल ने भी आत्मीयता से उनकी मिज़ाजपुर्सी पूछी। रैली को सम्बोधित करते हुए गहलोत ने बताया कि इन्दिरा गाँधी,राजीव जी और सोनिया गाँधी ने हमेशा आदिवासियों से स्नेह रखा तथा उनके विकास के लिए अथक प्रयास किए।राहुल जी का भी इनसे अथाह प्रेम हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार मानगढ़ धाम के विकास पर 100 करोड़ रु खर्च कर इसका सर्वांगीण विकास करेगी। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में विकसित करने की घोषणा करनी चाहिये थी लेकिन उन्होंने हमारी माँग को अब तक मंज़ूर नहीं किया है ।

गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी की सोच के अनुरूप ही हमने प्रदेश के बजट में बहुत सारी योजनाएं घोषित की है और उसका क्रियान्वयन भी हो रहा है। उन्होंने घोषणा की कि अब राज्य में 1 लाख बच्चे हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करेंगे। अब तक 50 हजार बच्चे ही हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।मुख्यमंत्री गहलोत ने राहुल गाँधी की मौजूदगी में प्रदेश में जातिगत जनगणना कराने और ओबीसी के आरक्षण को 21 प्रतिशत से बढ़ा कर 27 प्रतिशत करने की बड़ी घोषणा भी की और कहा कि ओबीसी की मूल जातियों का छह प्रतिशत आरक्षण भी बना रहेगा।

गहलोत ने वर्ष 2022 के बजट की घोषणा महिलाओं को स्मार्ट मोबाइल फोन वितरण और इस वर्ष के बजट में विशेष फूड पैकेट की शुरुआत भी राहुल गांधी से करवाई।

*सचिन सहित अन्य नेता भी बोलें*

इस मौके पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि राहुल गांधी जी लोकसभा में ज़ोरदार भाषण देकर आए है । उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार हर मोर्चे पर फेल हो रही है। हमने कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में डबल इंजन की सरकार फेल की है और अब समय आ गया है कि हमें दिल्ली की मेन इंजन की सरकार को भी फेल करना है।

उन्होंने याद दिलाया कि 5 साल पहले जब आप जुलाई में बांसवाड़ा आए थे तो उसके बाद राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी थी । अब वर्ष 2023 में भी राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी और वर्ष 2024 में केंद्र में भी इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि गहलोत सरकार ने राजस्थान में महंगाई घटाने का काम किया है।और राहत शिविरों में गारंटी कार्ड दिए हैं। राजस्थान में सत्ता और संगठन में बेहतर संबंध है और यहां पर सरकार फिर से रिपीट होगी।

इससे पहले सभा के सूत्रधार जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत मालवीय के साथ ही जनजाति विकास मंत्री अर्जुन बामनिया,उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ज़िला अध्यक्ष रमेश पण्ड्या सहित विभिन्न नेताओं ने संबोधित किया। सभा में प्रदेश प्रभारी सूखजिंदर सिंह रंधावा,पूर्व सांसद ताराचन्द भगोरा,स्थानीय विधायक गण, डूंगरपुर कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष दिनेश खोडनिया और अन्य नेता गण भी मौजूद थे।

 

राहुल गांधी ने शुरुआत में मानगढ़ धाम जाकर आदिवासियों के शहीद स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीदों को नमन किया।

*सीएम गहलोत और सचिन पायलट के मध्य अभी भी नाराज़गी?*

इधर कुछ सचिन समर्थकों और मीडिया रिपोर्टस का कहना है कि राहुल गाँधी की मानगढ़ यात्रा में सीएम गहलोत और सचिन पायलट के मध्य अभी भी नाराज़गी बरकरार रहने और दूरियां होने की बात उजागर हुई है।हालाँकि राहुल गांधी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।

सभा में सचिन पायलट ने राजनीतिक संदेश देने का प्रयास किया कि वे सीएम गहलोत की कार्यशैली से नाराज है । उन्होंने राहुल गांधी के आने से पहले मानगढ़ की जनसभा का मंच शेयर नहीं किया। उन्होंने राहुल गांधी की अगवानी की और वे उन्हीं के साथ दिखाए दिए ।बाद वे  डॉ.रघु शर्मा के पास वाली कुर्सी पर बैठे। हालाँकि इस बार सीएम गहलोत की कुर्सी भी राहुल गाँधी से सटी नही थी। राहुल के एक ओर रंधावा और एक ओर प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा बैठें थे।

मानगढ़ के कार्यक्रम आयोजकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से पहले सचिन पायलट का संबोधन कराया और सचिन पायलट ने भी राहुल गांधी के सामने संबोधन में किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं दिखाया।

 

मानगढ़ की जनसभा में कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का संबोधन नहीं कराना किस रणनीति का हिस्सा है यह भी पता नहीं चल सका। वैसे तो सीएम गहलोत प्रभारी रंधावा को आगे रखने का काम करते हैं। लेकिन इस बार मानगढ़ की जनसभा में उनको मैं महत्व नहीं देना समझ ने नही आया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी अब सक्रिय राजनीति में आने का संदेश दे चुके हैं। यही कारण है कि अब कांग्रेस के सार्वजनिक कार्यक्रमों में डॉ.सीपी जोशी विधानसभा अध्यक्ष रहकर  भी वे यह जता रहे हैं कि  अब प्रदेश के सक्रिय राजनीति में आने की इच्छा रखते हैं। यही कारण है कि हाईकमान ने भी प्रदेश में बनने वाली विभिन्न कमेटियों में उन्हें सदस्य की हैसियत दी है।

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मानगढ़ के कार्यक्रम के तत्काल बाद ही केंद्रीय नेतृत्व पॉलिटिकल कमेटी का भी गठन कर दिया है जिसकी जिम्मेदारी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को दी गई है। सीएम गहलोत एवं अन्य नेताओं को इसका सदस्य बनाया गया है। अब यह पॉलिटिकल अफेयर कमेटी क्या कुछ भूमिका निभाएगी यह तो आने वाला समय नहीं बता पाएगा।

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हालाँकि कांग्रेस  केंद्रीय नेतृत्व में प्रदेश में राजनीतिक तौर पर यह संदेश देने में कामयाबी हासिल की है कि इस बार  विधानसभा का चुनाव सामूहिक रूप से लड़ा जायेगा और सत्ता में आने के बाद ही नया मुख्यमंत्री कौन बनेगा यह तय  किया जाएगा। गहलोत भी कह चुके है कि उन्हें हाई कमान का फ़ैसला मंज़ूर होंग़ा। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की राजस्थान में गतिविधियां अब तेज होने वाली है। केंद्रीय नेतृत्व द्वारा घोषित विभिन्न कमेटियों के कार्यक्रम भी शुरू होने का समय आ गया है। सितंबर के बाद किसी भी वक्त आचार संहिता लागू होने से सरकारी कामकाज का महत्व भी कम होने लगेगा।

प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की भूमिका आगे किस प्रकार की रहेगी यह कुछ दिनों ने स्पष्ट हों जायेगा । चुनाव में टिकट देने का अधिकार अब किस प्रकार से तय होगा यह भी सामने आएगा। कांग्रेस की केंद्रीय और प्रदेश संगठन में  हलचल तेज है और यह गतिविधियां अब आने वाले दिनों में और तेजी से बढ़ जाएगी।