Rahul Reached Indore: राहुल ने बाइक चलाकर इंदौर में प्रवेश किया
Indore : राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ रविवार को इंदौर पहुंची। रविवार को यात्रा का मध्य प्रदेश में पांचवा दिन हसि। यात्रा में शामिल लोगों ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली महू में रात्रि विश्राम के बाद राहुल की अगुवाई में पैदल चलना प्रारंभ किया। यात्रा राऊ के उपनगरीय क्षेत्र से गुजरते हुए इंदौर पहुंची। राऊ में यात्रा के स्वागत के लिए लाल कालीन बिछाई गई थी। राहुल को देखने और उनके नजदीक जाने के लिए सड़क के दोनों तरफ हज़ारों लोग जमा रहे। राहुल गांधी ने कुछ दूरी पर बुलेट बाइक भी चलाई, जीतू पटवारी उनके साथ दौड़ लगाते नजर आए।
समाज के अलग-अलग तबके के लोगों के साथ-साथ एक दिव्यांग व्यक्ति भी यात्रा में शामिल हुआ। राहुल ने कुछ देर उसकी व्हीलचेयर को धकाया और उससे बात भी की। यात्रा में हिस्सा लेने के बाद दिव्यांग मनोहर ने बताया कि उन्होंने राहुल से कहा कि अब देश बदलना चाहिए। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के विधानसभा क्षेत्र में यात्रा का जोरदार स्वागत हुआ। राऊ से यह यात्रा राजेन्द्र नगर की तरफ बढ़ी। शाम को यह यात्रा शहर के अंदरूनी इलाकों से राजवाड़ा की और आएगी। यहां शाम 7 बजे राहुल की सभा का आयोजन होगा।
यात्रा के राजवाड़ा पहुंचने से पूर्व मार्ग के 7 जर्जर मकानों को चिन्हित किया है। यहां सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। यहां आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। राजवाड़ा में आम सभा की सुरक्षा के लिए हाईराइज बिल्डिंग पर पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, जिसका कंट्रोल रूम भी वहीं बनाया गया। अधिकारी कंट्रोल रूम से भीड़ पर नजर रखेंगे। इमरजेंसी के लिए दूसरे रूट की व्यवस्था की है। राजवाड़ा में आम सभा के बाद चिमनबाग में कार्यक्रम होगा। वहां भी पुलिस व्यवस्था की है। राहुल रात को यहीं रुकेंगे।
1400 सुरक्षाकर्मी तैनात
पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि इंदौर में यात्रा की सुरक्षा के लिए 1,400 कर्मियों को तैनात किया गया है। जगह-जगह बैरिकेड लगाए गए। तंग गलियों और घनी आबादी वाले राजवाड़ा क्षेत्र में 12 जर्जर मकानों को अस्थायी तौर पर खाली करा लिया गया, ताकि यात्रा के दौरान किसी हादसे की आशंका को समाप्त किया जा सके।
राहुल और यात्रा में शामिल अन्य लोग शहर के चिमनबाग मैदान में रात्रि विश्राम करेंगे। कांग्रेस की शुरुआती योजना के अनुसार, राहुल और इस यात्रा में शामिल लोगों को इंदौर के खालसा स्टेडियम में ठहराया जाना था। लेकिन, 8 नवंबर को गुरु नानक जयंती के धार्मिक कार्यक्रम के दौरान सामने आए विवाद से यह योजना परवान नहीं चढ़ सकी।