कलाविद् नर्मदा प्रसाद उपाध्याय प्रतिष्ठित Rahul Sankrityayan Award से सम्मानित

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इन्दौर। जाने-माने कलाविद् और ललित निबंधकार श्री नर्मदा प्रसाद उपाध्याय को केन्द्रीय हिन्दी संस्थान आगरा के प्रतिष्ठित महापंडित राहुल सांस्कृत्यायन पुरुस्कारRahul Sankrityayan Award से सम्मानित किये जाने की आज घोषणा की गई है।
इस पुरस्कार के तहत उन्हें पांच लाख रुपयों की राशी,शाल श्रीफल व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।

श्री उपाध्याय को वर्ष 2018 के लिए महापंडित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है ।
संस्थान की निदेशक प्रो. बीना शर्मा द्वारा आज इसकी घोषणा की गई है।
इस पुरस्कार के तहत उन्हें पांच लाख रुपयों की राशि शाल,श्रीफल व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।
संस्थान द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यह पुरस्कार हिंदी के माध्यम से ज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए मौलिक अनुसंधान व योगदान के लिए प्रदान किया जाता है।
केंद्रीय हिंदी संस्थान के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में हिंदी के माध्यम से कार्य करने वाले हिंदी सेवियो को विभिन्न सम्मानों से प्रतिवर्ष सम्मानित किया जाता है।
श्री उपाध्याय को वर्ष 2018 के लिये यह सम्मान प्रदान किए गया हैं।
मध्यप्रदेश में यह सम्मान को प्राप्त करने वाले वे पहले साहित्यकार है। उल्लेखनीय है कि श्री उपाध्याय लेखन के क्षेत्र में विगत 45 वर्षों से सृजनरत है। वे आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी तथा डॉ. विद्यानिवास मिश्र की परंपरा के हिंदी के प्रतिष्ठित ललित निबंधकार है। तथा भारतीय कला के विशेषकर मध्यकालीन चित्रांकन परंपरा के विशेषज्ञ के रूप में उनकी अंतरराष्ट्रीय ख्याति है।
उन्होंने यात्रा वृतांत के लेखन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान हिन्दी में दिया है ।
उनके द्वारा 6 कृतियों का संपादन व दो कृतियों का अनुवाद किया गया है ।साथ ही उनके 16 ललित निबंध संग्रह प्रकाशित हुए हैं ।तथा भारतीय कला पर उनकी 20 कृतियाँ प्रकाशित हुई है। उन्हें देश और विदेश में समय-समय पर विभिन्न प्रतिष्ठित सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है।ब्रिटिश काउंसिल,शिमेगर लेडर फैलोशिप व धर्मपाल शोध पीठ की फेलोशिप भी उन्हें मिली है।
श्री उपाध्याय मध्य प्रदेश के वाणिज्य कर विभाग के संचालक रहे तथा मध्य प्रदेश वाणिज्य कर अपील बोर्ड के सदस्य के रूप में 2015 में सेवानिवृत्त हुए हैं ।
उन्हें शासकीय दायित्वों के उत्कृष्ट निर्वाहन के लिए भी मध्य प्रदेश शासन द्वारा एक लाख रुपयों के पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र से पुरस्कृत किया जा चुका है।