
रविवार को रामलीला मैदान में राहुल का सत्य-असत्य… तो भाजपा को मिला कार्यकारी अध्यक्ष…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
दिसंबर 2025 का दूसरा रविवार भारती लोकतंत्र में दोनों महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजनैतिक दल भाजपा और कांग्रेस के लिए खास रहा। रामलीला मैदान में जहां कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भाजपा सरकार और आरएसएस पर निशाना साधा तो भारतीय जनता पार्टी ने पिछले डेढ़ साल से लंबित राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम से पर्दा हटा दिया है। फिलहाल कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बतौर बिहार से सड़क निर्माण मंत्री नितिन नवीन की नियुक्ति कर दी है और अब उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की औपचारिकता भर बाकी है। 14 दिसंबर 2025 को कांग्रेस ने जहां रामलीला मैदान से भाजपा और आरएसएस सरकार को सत्ता से बाहर करने की चुनौती दी है तो शायद भाजपा ने सबसे कम उम्र के भावी राष्ट्रीय अध्यक्ष के जरिए कांग्रेस संगठन को आईना दिखाया है कि केन्द्र से भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करना आसान नहीं है।
दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की रैली में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, चुनाव आयोग और मोहन भागवत पर “वोट चोरी” के मुद्दे पर जमकर निशाना साधा। राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में वोट चोरी के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी की रैली में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि अमित शाह तभी तक बहादुर हैं, जब तक इनके हाथ में सत्ता है। जिस दिन सत्ता गई, उसी दिन इनकी बहादुरी भी निकल जाएगी। आप सबने देखा होगा कि सदन में अमित शाह का हाथ कांप रहा था। उनके (भाजपा) पास सत्ता है, वे वोट चोरी करते हैं, चुनाव के समय वे 10 हजार रुपये देते हैं। उनके चुनाव आयुक्त हैं ज्ञानेश कुमार, डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी। तीनों भाजपा सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इनके लिए कानून बदला, नया कानून लेकर आए और कहा कि चुनाव आयुक्त कुछ भी करे उनपर एक्शन नहीं लिया जा सकता, उनपर कार्रवाई नहीं हो सकती। हम इस कानून को बदलेंगे और आपके खिलाफ एक्शन लेंगे क्योंकि हम सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे हैं और आप असत्य के साथ खड़े हो। राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी का चेहरा देखिए, आपको पता चल जाएगा कि उनका कॉन्फिडेंस खत्म हो गया है। वे जानते हैं कि उनकी ‘वोट चोरी’ पकड़ी गई है। नरेंद्र मोदी के पास जवाब नहीं है। वे इधर-उधर की बातें करने लगते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि गांधी जी कहते थे- सत्य सबसे जरूरी चीज है। हमारे धर्म में ‘सत्यम शिवम् सुन्दरम्’ और ‘सत्यमेव जयते’ के बारे में भी बात कही गई है, लेकिन मोहन भागवत कहते हैं- विश्व सत्य को नहीं शक्ति को देखता है, जिसके पास शक्ति है, उसे माना जाता है। ये आरएसएस और मोहन भागवत की सोच है। जहां एक तरफ हमारा धर्म कहता है कि सत्य सबसे जरूरी है।
वहीं, दूसरी तरफ मोहन भागवत कहते हैं- सत्य का कोई मतलब नहीं है, सत्ता जरूरी है। आज देश में सत्य और असत्य के बीच लड़ाई है। हम सत्य को लेकर नरेंद्र मोदी, अमित शाह और आरएसएस की सरकार को हिंदुस्तान से हटाएंगे।

तो दूसरी तरफ बीजेपी संसदीय बोर्ड ने बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। नियुक्ति के बाद नितिन नवीन ने केंद्रीय नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, मैं केंद्रीय नेतृत्व का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताकर यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी। यह मेरे लिए सम्मान के साथ-साथ बड़ी जिम्मेदारी भी है। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। पीएम मोदी ने नितिन नवीन को बधाई देते हुए कहा, ‘नितिन नवीन ने एक कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। वे एक युवा और परिश्रमी नेता हैं, जिनके पास संगठन का अच्छा-खासा अनुभव है। बिहार में विधायक और मंत्री के रूप में उनका कार्य बहुत प्रभावी रहा है, साथ ही जनआकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उन्होंने पूरे समर्पण भाव से काम किया है। वे अपने विनम्र स्वभाव के साथ जमीन पर काम करने के लिए जाने जाते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि उनकी ऊर्जा और प्रतिबद्धता आने वाले समय में हमारी पार्टी को और अधिक सशक्त बनाएगी। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष बनने पर उन्हें हार्दिक बधाई।’ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर उन्हें हार्दिक बधाई देता हूं। बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव हो, या बिहार में प्रदेश युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष या छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी, उन्होंने संगठन के हर दायित्व को पूरी निष्ठा और सफलता से निभाया है। बिहार में 5 बार विधायक एवं प्रदेश सरकार में मंत्री के रूप में उनके पास जनता के बीच लम्बे समय से कार्य करने का अनुभव है। आज उनका राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनना दिन-रात परिश्रम करने वाले हर युवा बीजेपी कार्यकर्ता का सम्मान है। मैं उनके नवीन दायित्व और सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
तो दिसंबर का यह दूसरा रविवार दोनों राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस के लिए उम्मीदों भरा माना जा सकता है। कांग्रेस के लिए इसलिए क्योंकि सत्ता में आने के लिए भाजपा और आरएसएस से टकराना जरूरी है लेकिन यह भविष्य ही तय करेगा कि टकराने की ताकत कांग्रेस कब तक जुटा पाएगी। वहीं भाजपा ने एक बार फिर राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति कर कार्यकर्ताओं को यह संदेश दिया है कि परिश्रम करने वालों की पूछ परख उनकी पार्टी में हमेशा बनी रहेगी और यही उनकी ताकत है…।
लेखक के बारे में –
कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्यकर चुके हैं।





