
Railway Cracks Down On Unauthorized Travelers : रतलाम मंडल में अवैध यात्रा कर रहें यात्रियों पर बड़ी कार्यवाही!
Ratlam : पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल यात्रियों को सुरक्षित सुविधाजनक और सुखद यात्रा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। नियमित ट्रेनों के साथ-साथ विशेष ट्रेनों का संचालन भी इसी उद्देश्य से किया जाता रहा हैं। यात्रियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे विभिन्न श्रेणियां के लिए रियायती टिकट उपलब्ध कराता हैं। इन्हीं में विद्यार्थियों के लिए विद्यार्थी प्रमाणपत्र के आधार पर किराए में छूट दी जाती है। हालांकि कुछ लोग इस सुविधा का अनुचित लाभ उठाने का प्रयास करते हैं, इसका ताजा उदाहरण 2 अक्टूबर को गाड़ी संख्या 22944 इंदौर- दौंड एक्सप्रेस में सामने आया, जब देवास से लोनावाला तक 150 से अधिक छात्र बिना वैध रियायती प्रमाणपत्र के एक साथ यात्रा करते हुए पकड़े गए।

रतलाम मंडल को मिली गुप्त सूचना के आधार पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्रीमती हीना केवलरामानी के निर्देशन में विशेष जांच टीम का गठन किया गया। इसमें मंडल वाणिज्य प्रबंधक राजेश मथुरिया, सहायक वाणिज्य प्रबंधक राजेश तन्ना, मुख्य वाणिज्य निरीक्षक मिक्की सक्सेना, वाणिज्य अधीक्षक अख्तर व अमित मसीह सहित 10 सदस्य रक्वाड और आरपीएफ स्टाफ शामिल थे। योजनाबद्ध तरीके से रतलाम स्टेशन से ट्रेन के प्रस्थान के बाद टीम में सभी शयनयान कोचों की सख्ती से जांच की। जांच के दौरान टूर ऑर्गेनाइजर से रियायत पत्र एवं वैध यात्रा प्रमाणपत्र मांगा गया। लेकिन वह प्रस्तुत करने में असमर्थ रहा पूछताछ में आर्गेनाइजेशन ने स्वीकार किया की टिकट एक एजेंट के माध्यम से तैयार करवाए गए थे उनका बयान भी टीम द्वारा दर्ज किया गया। टूर ऑर्गेनाइजर द्वारा बताए गए एजेंट के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने हेतु प्रकरण रेलवे सुरक्षा बल- GRP को भेजा जाएगा। नियमों के अनुसार कुल 152 छात्रों को रेल भाड़ा वसूला गया तथा टूर ऑर्गेनाइजेशन से 1 लाख 17 हजार 40 रुपए का जुर्माना वसूल किया गया। रतलाम मंडल के इतिहास में यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में रियायत का दुरुपयोग करते हुए अवैध यात्रा करने वाले को पकड़ा गया और कार्रवाई की गई। इसे मंडल की एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा हैं!





