Rain Breaks Record : इंदौर में बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ा, बाकी 12 दिनों में आंकड़ा बढ़ेगा

यशवंत सागर तालाब में पानी बढ़ने से देर रात एक गेट खोलना पड़ा

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Indore : इस साल बारिश ने पिछले 6 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 19 जुलाई तक इंदौर में 16.6 इंच बारिश दर्ज की गई, यह आंकड़ा जुलाई 2016 में दर्ज हुई बारिश से भी ज्यादा है। यशवंत सागर लबालब होने और पानी का प्रेशर अधिक होने से सोमवार देर रात उसका एक गेट खोलना पड़ा। जबकि, मौसम विभाग ने 21 जुलाई तक बारिश की भविष्यवाणी की है।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, शहर में 21 जुलाई तक अच्छी बारिश होगी। इसके बाद 27 तक हल्की बारिश के आसार हैं। इस तरह इंदौर में जुलाई माह में 20 इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हो सकती है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गुना के ऊपर से एक टर्फ लाइन गुजर रही है। जिसके प्रभाव से इंदौर में बारिश हो रही है। इस टर्फ लाइन के कारण इंदौर में बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मप्र के ईस्ट और वेस्ट के ऊपर से जब भी टर्फ लाइन गुजरती है, तो इंदौर में अच्छी बारिश होती है।
पिछले 10 साल का यह सबसे बड़ा बारिश का मौसम बन गया। दस साल में सबसे ज्यादा बारिश जुलाई 2013 में 22.6 इंच हुई थी। उसके बाद दूसरी सबसे ज्यादा बारिश 2015 में 22.4 इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं, अब जुलाई 2022 में तीसरी सबसे ज़्यादा 16.6 इंच बारिश दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है इस बार 2015 जुलाई माह का रिकॉर्ड टूट सकता है क्योंकि जुलाई माह खत्म होने में अभी 12 दिन बाकी हैं।

जुलाई, अगस्त में ज्यादा
इंदौर में जुलाई माह में औसतन 10.8 इंच बारिश रिकॉर्ड होती है। लेकिन, इस साल जुलाई माह में औसत से 5.8 इंच ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग के मुताबिक इंदौर में सीजन की सबसे ज्यादा बारिश या सीजन का कोटा जुलाई और अगस्त माह की बारिश से ही पूरा होता है। इंदौर में सितंबर के बाद से बारिश कम होना शुरू हो जाती है।

इंदौर पर ये सिस्टम
विदर्भ और उसके आस-पड़ोस के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब उत्तर-पूर्व विदर्भ और पड़ोस और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण तक फैल गया है। धीरे-धीरे दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, गुना से होते हुए पूर्वोत्तर विदर्भ के ऊपर बने कम दबाव वाले क्षेत्र से गुजरते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। अरब सागर में पाकिस्तान के दक्षिणी हिस्से में अवदाब का क्षेत्र बना हुआ। अलग-अलग सिस्टम सक्रिय होने से इंदौर को भरपूर नमी मिल रही है।

भू-अभिलेख में कम बारिश दर्ज
भू-अभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में जारी मानसून सत्र में अब तक 381 मिलीमीटर (लगभग 15 इंच) औसत वर्षा हो चुकी है। गत वर्ष इस अवधि में जिले में 174.4 मिलीमीटर (लगभग 7 इंच) औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिले के इंदौर क्षेत्र में 435.4 मिलीमीटर, महू क्षेत्र में 345 मिलीमीटर, सांवेर क्षेत्र में 368.6 मिलीमीटर, देपालपुर में 454.7 मिलीमीटर तथा गौतमपुरा क्षेत्र में 301.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। पिछले साल अभी तक जिले के इंदौर क्षेत्र में 125.3 मिलीमीटर, महू क्षेत्र में 109 मिलीमीटर, सांवेर क्षेत्र में 139.8 मिलीमीटर, देपालपुर में 235.3 मिलीमीटर तथा गौतमपुरा क्षेत्र में 262.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी।