

Raja Murder Conspiracy : राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी सुलझना आसान नहीं, पुलिस को कई सवालों के जवाब ढूंढना होंगे!
वरिष्ठ एडवोकेट और कानूनविद एकता शर्मा का विश्लेषण
यह कहानी विश्वसनीय नहीं है, पर है बिल्कुल सच। इतनी सच कि कोई फिल्म लेखक भी इस तरह का कथानक नहीं रच सकता। कोई लड़की अपनी शादी से पहले ही अपने पति की हत्या की साजिश रच ले और हनीमून पर पति की हत्या करवा दे, सामान्यतः समाज में ऐसा होता नहीं है। लेकिन, ऐसा हुआ है। साजिश का एक हिस्सा तो पूरा हो गया था, पर इसका क्लाइमैक्स बदल गया। प्रेमी और प्रेमिका साजिश के मुताबिक मिल पाते, उससे पहले ही मामला उलझ गया और पुलिस से साजिश का पर्दाफाश करके हत्या के आरोपियों को धरदबोचा।
पर, अभी यह निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी कि राजा हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई! ऐसे कई अनुत्तरित सवाल हैं, जिनके जवाब मिजोरम और मेघालय पुलिस को खोजना होंगे। कानूनी रूप से अभी मामला सुलझने में वक़्त लगेगा! क्योंकि, इस मामले से चार राज्यों की पुलिस जुड़ी है। इस घटना में मिजोरम इसलिए जुड़ा कि जिस थाने में राजा की हत्या की एफआईआर दर्ज हुई, वो मिजोरम राज्य की सीमा में आता है।
अपने पति राजा रघुवंशी को हनीमून के बहाने मेघालय के शिलांग ले जाकर प्रेमी और उसके साथियों से उसकी हत्या करवा देना आसान बात नहीं है। लेकिन, यह हुआ है। पूरे 17 दिन तक इस मामले को लेकर पूरे देश में सनसनी मची रही कि आखिर राजा रघुवंशी की हत्या के बाद उसकी पत्नी सोनम कहां चली गई! अपहरण कर उसे बांग्लादेश ले जाने की भी बात कही गई। कई पेशेवर गिरोहों के सक्रिय होने की भी चर्चा चली। मेघालय पुलिस और प्रशासन पर कई आरोप लगे। यहां तक कि इस पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच को लेकर भी कार्रवाई शुरू हो गई थी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने तो अपनी तरफ से सिफारिश भी की थी। लेकिन, मेघालय सरकार ने सीबीआई जांच की बात को टाल दिया। इसलिए कि वहां की पुलिस राजा की हत्या की जिस एंगल से जांच कर रही थी, वह खुलासे के बहुत नजदीक थी और यह सच भी निकला।
अभी इस मामले में कई कानूनी पेंच बाकी है, जिनका खुलासा मेघालय पुलिस की जांच में होगा। इस मामले में चार राज्यों (मेघालय, मिजोरम, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश) की जुड़ी हुई है, इसलिए यह मामला थोड़ा उलझाओ वाला तो है। साजिश इंदौर में रची गई और हत्या के आरोपी इंदौर के, हनीमून मनाने शिलांग गए, हत्या मिजोरम सीमा में हुई और साजिशकर्ता पत्नी सोनम को उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर से पकड़ा गया। इसलिए जांच का दायरा बहुत बड़ा है।
आखिर 17 दिन बाद सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में गोरखपुर रोड के एक ढाबे पर कैसे पहुंची! इसमें भी सवाल खड़ा होता है, कि सोनम वहां रात को एक बजे कैसे आई! यह मामला थोड़ा पैचीदगी भरा है, कि वह आखिर 1100 किमी दूर गाजीपुर कैसे आई और इतनी रात ढाबे पर क्यों पहुंची! क्या उसके साथ कोई और भी था! यदि यह पूरी योजना किसी साजिश का हिस्सा थी, तो उसने ढाबे पर जाने की गलती क्यों की! यह सच है कि साजिश के अनुसार, छुपना सिर्फ सोनम को था, तो वह सामने क्यों आई और जिस हालत में वह सामने आई वह भी जांच का अहम हिस्सा होगा। अभी इस मामले में कई सवाल है, जिसका जवाब मेघालय/मिजोरम पुलिस के लिए खोजना आसान नहीं होगा।
राजा और सोनम का विवाह प्रेम विवाह नहीं था। यह शादी परिवार की मर्जी से हुई थी। लेकिन, क्या एक ही शहर में होते हुए राजा रघुवंशी को इस बात का पता नहीं चला कि सोनम किसी से प्रेम करती है और वह शादी के बाद भी राज कुशवाह के संपर्क में थी। क्योंकि, अब जो जानकारियां सामने आई, वह इस तरफ इशारा कर रही है कि सोनम इस शादी से खुश नहीं थी। राजा की मां ने तो यहां तक कहा कि वह चार दिन हमारे घर रही, लेकिन अपने कमरे से बहुत कम बाहर निकली। इसका सीधा सा मतलब है कि उसने राजा के घर को अपना घर नहीं माना था। उसके दिमाग में कोई साजिश पनप रही थी, जिसे उसे पूरा करना था।
बात तो यह भी सामने आई कि कामाख्या देवी से राजा और सोनम को वापस इंदौर लौटना था। लेकिन, अचानक सोनम ने शिलांग जाने की प्लानिंग कर ली। यह पूरा घटनाक्रम बताता है कि यह कोई सामान्य लड़की के दिमाग की साजिश नहीं हो सकती। अभी इस सवाल का जवाब भी ढूंढा जाना है, कि इस प्लानिंग के पीछे की किस-किस का हाथ था? क्या सोनम और राज कुशवाहा ने ही यह साजिश रची या किसी किराए का कोई हत्यारा, इसमें शामिल है।
मेघालय पुलिस का कहना है कि यह लोग अलग-अलग होकर नेपाल भागने की तैयारी में थे। लेकिन, नेपाल तक पहुंच नहीं पाए। सोनम को रास्ते में पकड़ लिया गया। इनके दो साथियों को इंदौर में और एक को उत्तर प्रदेश के ललितपुर में पकड़ा गया। सारे तथ्यों को देखकर अभी कहा नहीं जा सकता कि इस मामले में सोनम की भूमिका क्या है? यदि उसे नेपाल भागना था तो बिहार से जाना आसान था, फिर वह उल्टा क्यों आई? वो इतने दिन क्या अकेले भागती रही या उसके साथ कोई था? उसके प्रेमी को भी नेपाल पहुंचना था, तो वो इंदौर में ही क्यों पकड़ाया? अब वक्त बताएगा कि इस साजिश के तार कहां तक किससे जुड़े है!