Rajasthan Assembly Election-2023: प्रचार के अंतिम दिन भी आरोप प्रत्यारोपों का प्रवाह नही रुका

25 नवम्बर को प्रदेश की 199 विधान सभा सीटों पर 1863 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम मशीनों में कैद होगा

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Rajasthan Assembly Election-2023: प्रचार के अंतिम दिन भी आरोप प्रत्यारोपों का प्रवाह नही रुका

 

गोपेंद्र नाथ भट्ट की रिपोर्ट 

 

 

राजस्थान में शनिवार 25 नवम्बर को होने वाले विधान सभा चुनाव के लिए प्रचार का शोरगुल गुरुवार को सायं 6 बजे बन्द हो गया। अब पार्टी उम्मीदवार घर-घर जाकर ही जन सम्पर्क कर सकेंगे। शनिवार 25 नवम्बर को प्रदेश की 199 विधानसभा सीटों पर 1863 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम मशीनों में कैद हों जायेगा।प्रदेश की एक सीट श्रीगंगा नगर जिले के श्रीकरणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गुरुमीत सिंह किन्नर के निधन के कारण चुनाव नही होगा। कांग्रेस ने भरतपुर जिले की एक सीट राष्ट्रीय लोकदल(आरएलडी) को चुनाव पूर्व समझोते में दे दी है। इस प्रकार अब कांग्रेस 198 विधान सभा सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है।

चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभी दलों के प्रमुख नेताओं ने आम सभाओं,रोड शो, प्रेस वार्ताओं और सोशल मीडिया आदि के माध्यम से अपने दल के उम्मीदवारों के समर्थन में जनता से वोट माँगने तथा अपने विपक्षियों के आरोपों का करारा जवाब देने में कोई कोर कसर नही छोड़ी ।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अंतिम दिन अपने गृह नगर जोधपुर पहुँचें और उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र सरदारपुरा के महामंदिर इलाक़े में घड़ी देख छह बजने से तीन मिनट पहलें ही अपना भाषण और चुनाव प्रचार बंद कर दिया। दूसरी ओर आरएलपी के नेता हनुमान बेनीवाल और उनके सहयोगी चंद्रशेखर को पुलिस ने निर्धारित समय के बाद चुनाव सभा करने से रोक दिया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को भी भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मेवाड़ में राजसमंद के देवगढ़ में राजस्थान के अपने चुनाव अभियान की आखिरी जनसभा को सम्बोधित किया। इसी तरह केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नाथद्वारा में रोड शो किया।इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिन्दे ने भी अलग-अलग स्थानों पर रोड शो किए।केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान, असम के मुख्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा,मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिव राज चौहान,भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे आदि नेताओं ने ताबडतोड़ मीटिंग्स कर कांग्रेस पर ज़ोरदार हमला बोला।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे चुनाव को मोदी बनाम गहलोत बना दिया।उन्होंने कहा मेरी बात नोट कर लो अशोक गहलोत अब कभी मुख्य मंत्री नही बनेंगे। उन्होंने फिर से दोहराया कि मैं प्रदेश में जहाँ भी गया वहाँ एक ही आवाज़ सुनाई दी गहलोतजी कोनी मिले वोट जी । मोदी ने गाँधी परिवार पर आरोप लगाए कि वे गुर्जरों के बेटे दिवंगत राजेश पायलट का बदला अब सचिन पायलट से निकाल रहें हैं।इसके अलावा उन्होंने कथित लाल डायरी, पेपरलीक और कांग्रेस के कथित भ्रष्टाचार के मामले एवं अन्य मामले दोहरायें तथा केन्द्र सरकार की उपलब्धियों का बखान किया।

इधर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने जयपुर के महात्मा गाँधी अस्पताल पहुँच कर गहलोत सरकार की मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के लाभार्थियों से भेंट की और अपने सोशल मीडिया हेंडल पर गहलोत सरकार की योजनाओं का ज़िक्र कर पीएम मोदी पर तेज प्रहार किए और कहा कि इसे कहते है गारण्टी – तकलीफ़ में सहारा बनने, कंधा से कंधा मिला कर चलने की। देखना हो तों कभी आइये म्हारे राजस्थान! प्रियंका गाँधी ने लिखा प्रधानमंत्री जी देश अब समझ चुका है । अब बरगलाने वाले जुमलों से काम नही चलेगा।कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस की सात गारंटियों पर भरोसा करने के लिए प्रदेश वासियों को धन्यवाद दिया।

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उधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार सुबह जयपुर के पीसीसी मुख्यालय में राजस्थान कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की उपस्थिति में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी पर धारदार धावा बोला और उनके चुनावी बयानों को भी आइना दिखाया। सीएम गहलोत ने भाजपा और पीएम मोदी के हर सवाल का कड़ा जवाब दिया। गहलोत ने कहा कि असली बात तों यह है कि मोदी और शाह अन्य प्रदेशों की तरह राजस्थान में हमारी सरकार को लाख कौशिशों के बावजूद नहीं गिरा पायें। उसका अभी तक उनके पेट में दर्द है।जब वह यहां की सरकार नहीं गिरा पाएं तो सभी जगह उनकी बदनामी हुई थी। अब मोदी और उनके मंत्रियों, भाजपा नेताओं और मुख्यमंत्रियों ने राजस्थान पर धावा बोल दिया है । गुरुवार के बाद इनमें से कोई यहाँ नज़र नही आयेगा।सीएम गहलोत ने कहा, हमने अनुरोध किया था कि विधानसभा चुनाव को विधानसभा स्तर पर ही रखा जाए। हमने कहा थ कि भाजपा हमारी 10 गारंटियों पर बहस करें , उसकी कमियां बताये लेकिन उन्होंने उस पर बहस नहीं की। जितने नेता आयें सुबह से शाम तक एक ही तरह की भाषा बोलते रहें। उन्होंने हिंसात्मक भाषा अपनाई। जनता को भड़काया।भाजपा को इस प्रकार से भड़काने का अधिकार नहीं है।

गहलोत ने भाजपा और पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा हिन्दुत्व के नाम पर सिर्फ जन भावनाएँ भड़काने का काम करती है। हकीकत तों यह है कि उदयपुर के कन्हैया लाल के हत्या के आरोपी भाजपा के ही कार्यकर्ता थे। उन्होंने कथित लाल डायरी से सिर्फ माहौल बनाया है,कहाँ है वह डायरी? गहलोत ने कहा कि कैसी विडम्बना है पीएम मोदी भविष्यवाणी कर रहे हैं। चुनाव में स्वर्गीय राजेश पायलट का जिक्र कर गुर्जर समाज को बदनाम किया जा रहा है। अख़बारों में विज्ञापन देकर भाजपा ने राजस्थान की बदनामी की है।

 

सीएम गहलोत ने कहा, आज हमारी लोकप्रिय योजनाओं के कारण राजस्थान की पूरे देश में चर्चा है। कोरोना के दौरान राजस्थान सरकार ने शानदार काम किया। जनता का कांग्रेस पर विश्वास है। राजस्थान में एंटी इनकम्बेंसी नहीं है। राजस्थान में सरकार रिपीट होगी।

हमने सरकार की योजनाओं के जरिये प्रचार किया।बीजेपी सिर्फ भड़काने वाली भाषा का इस्तेमाल कर रही है।वह तनाव और हिंसा भड़काने मे जुटी है। कन्हैया के हत्यारे बीजेपी से जुड़े हुए थे। हम हमारी उपलब्धियों पर वोट मांग रहे हैं। सरकार कोई भी हो एंटी इनकंबेंसी होती ही है, पर राजस्थान में कहीं भी सत्ता विरोधी लहर नहीं है। भाजपा ने ईडी और सी बी आई आदि केन्द्रीय ऐजेंसियों का आचार संहिता के दौरान भी गलत उपयोग किया।

राजस्थान में अबकी बार चुनाव प्रचार अभियान के दौरान जो माहौल दिखा वह पिछलें चुनावों से बहुत ही अलग था। प्रदेश के नेताओं के स्थान पर देश के प्रधानमंत्री ने भाजपा की चुनाव कमान सम्भाली।

देखना है अब मतदान से पूर्व यें दल चुनावी चौसर के खेल में किस तरह से शह मात का खेल खेलने वाले है?

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