Rajasthan : गहलोत-पायलेट में सुलह के लिए Congress high command का नया फार्मूला
Jaipur : राजस्थान में कांग्रेस हाईकमान( Congress high command)’एक व्यक्ति, एक पद’ का फॉर्मूला आजमा सकती है। इससे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समर्थक कई मंत्रियों की कुर्सी खतरे में पड़ने का खतरा है। इस तरह कांग्रेस हाईकमान गहलोत और सचिन पायलेट के बीच खींची तलवारों को फिर म्यान में रखवाने की तैयारी कर रहा है।
कांग्रेस राजस्थान में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ वाला फॉर्मूला लागू करने जा रही है। इसका असर ये होगा कि मंत्रिमंडल से गहलोत के कई मंत्री हटाए जा सकते हैं।
ऐसी स्थिति में सचिन पायलट समर्थकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। राजस्थान में लंबे समय से कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर मामला उलझा हुआ है। इसे लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तनातनी चल रही थी।
राजस्थान मंत्रिमंडल में विस्तार को लेकर हलचल तेज हो गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) दिल्ली में हैं। राजस्थान में पंजाब जैसे हालात न बने, इसलिए कांग्रेस हाईकमान एक्टिव हो गया।
बताया जा रहा कि राजस्थान में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ का फॉर्मूला लागू करके गहलोत और पायलेट के बीच के गतिरोध का रास्ता निकाला जा रहा है। इस फॉर्मूले का ज्यादा असर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थकों पर होगा। उनके कई समर्थक मंत्रियों की कुर्सी जा भी सकती है।
तीन सीनियर मंत्री रघु शर्मा, हरीश चौधरी और गोविंद डोटासरा पर सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा गुजरात और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हैं। हालांकि, बताया जा रहा है कि तीनों ने खुद से मंत्रिमंडल से मुक्त होने की इच्छा जताई है।
तीनों का कहना है कि उन्हें संगठन में काम करना है, इसलिए मंत्री पद से मुक्त किया जाए। इसके अलावा 13 मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड खराब पाया गया, जिन्हें हटाया जाना तय है। ऐसे में मंत्रिमंडल की करीब आधी कुर्सियां खाली हो जाएगी।
इन तीन मंत्रियों की कुर्सी खाली होने के बाद मंत्रिमंडल में 12 पद खाली हो जाएंगे। इन कुर्सियों पर सचिन पायलट (Sachin Pilot) के समर्थक कुछ विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा। Cabinet Expansion के साथ ही कुछ राजनीतिक नियुक्तियां भी होना बाकी है।