
Rajat Patidar: रजत पाटीदार ने IPL-18 जीतकर लहराया विजय का परचम – फाइनल का हीरो बना इंदौर का लाल
कीर्ति किरण कापसे की रिपोर्ट
इंदौर:IPL 2025 (सीजन 18) का फाइनल मुकाबला एक यादगार खेल साबित हुआ, जब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने अपने 17 साल के लंबे इंतज़ार को खत्म करते हुए पहली बार खिताब पर कब्जा किया। इस ऐतिहासिक जीत में एक नाम सबसे ज्यादा चमका – रजत पाटीदार।
रजत पाटीदार ने फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए 74 रनों की तेज़तर्रार पारी खेली, जिसने RCB को मज़बूत स्कोर तक पहुँचाया और अंततः जीत दिलाई। उनकी बल्लेबाज़ी में आत्मविश्वास, तकनीक और आक्रामकता का जबरदस्त संतुलन देखने को मिला।
*रजत पाटीदार का जन्म और प्रारंभिक जीवन*
जन्म: 1 जून 1993
स्थान: इंदौर, मध्यप्रदेश
रजत का क्रिकेट के प्रति जुनून बचपन से ही रहा। उन्होंने इंदौर में ही अपनी क्रिकेट यात्रा की शुरुआत की और धीरे-धीरे घरेलू क्रिकेट में खुद को साबित किया।
*रजत पाटीदार की प्रमुख उपलब्धियां:*
1. 2022 में पहली बार आईपीएल में धमाकेदार प्रदर्शन
एलिमिनेटर मुकाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ शतक (112)* बनाकर सबका ध्यान खींचा।
2. मध्य प्रदेश के लिए घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन
रणजी ट्रॉफी में कई बार मैच विनिंग पारियाँ खेलीं।
3. IPL 2025 में शानदार फॉर्म
पूरे सीज़न में उन्होंने 450+ रन बनाए और RCB को ट्रॉफी जिताने में मुख्य भूमिका निभाई।
4. कूल माइंड और क्लासिक टेक्निक
तकनीकी रूप से सशक्त बल्लेबाज़ होने के साथ-साथ वह संकट की घड़ी में टीम के लिए एक भरोसेमंद खिलाड़ी बने।
*RCB को पहली बार बना दिया चैंपियन*
रजत पाटीदार की मेहनत और आत्मविश्वास ने विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम को पहली बार IPL का खिताब दिलाया। पूरे देश में इंदौर के इस होनहार खिलाड़ी की जमकर सराहना हो रही है।
हर शहर का एक हीरा होता है जो अपनी चमक से देश-दुनिया में नाम रौशन करता है। इंदौर के लिए ऐसा ही चमकता सितारा है, रजत पाटीदार, जिन्होंने IPL 2025 (सीज़न 18) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) को पहली बार चैंपियन बनाकर क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा दिया।
*शुरुआती जीवन और शिक्षा*
रजत का जन्म 1 जून 1993 को इंदौर के सरजापुर क्षेत्र में हुआ था।
वे एक व्यापारी परिवार से आते हैं। उनके पिता मनोज पाटीदार कृषि उपकरणों के व्यापारी हैं।
रजत की शुरुआती शिक्षा न्यू दिगंबर पब्लिक स्कूल, इंदौर से हुई, और फिर उन्होंने गुरु वशिष्ठ कॉलेज, देवास से B.Com की डिग्री प्राप्त की।
*क्रिकेट से नाता*
रजत ने केवल 8 वर्ष की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था।
उनके दादा ने उन्हें प्रोत्साहित किया और एक क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलवाया।
शुरू में वे गेंदबाज़ थे, लेकिन समय के साथ उनकी बल्लेबाज़ी की प्रतिभा निखरती गई और उन्होंने एक बल्लेबाज़ के रूप में खुद को स्थापित किया।
*घरेलू क्रिकेट में पहचान*
रजत ने मध्य प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी खेली और कई बार निर्णायक पारियाँ खेलीं।
2021–22 रणजी ट्रॉफी सीजन में उनके प्रदर्शन ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया।
उनका धैर्य और तकनीकी बल्लेबाज़ी शैली उन्हें विशेष बनाता है।
रजत पाटीदार ने यह साबित कर दिया कि अगर जुनून और मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। इंदौर की गलियों से निकलकर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना झंडा गाड़ा है, और अब वे करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।





