New Delhi : उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन इन दिनों विवाद में है। रणजी ट्रॉफी के दूसरे क्वार्टरफाइनल में मुंबई और उत्तराखंड (Mumbai and Uttarakhand) के बीच हुए मैच में खर्चों को लेकर जो आंकड़े सामने आए वो चौंकाने वाले हैं।
एसोसिएशन के मुताबिक खाने-पीने पर 1.74 करोड़ रुपए खर्च हुए। जबकि, खिलाड़ियों को दैनिक भत्ते के रूप में 49.58 लाख रुपए दिए।
सबसे आश्चर्यजनक आंकड़े तो केले और पानी की बोतलों को लेकर हैं। केले खरीद पर एसोसिएशन ने 35 लाख और पानी की बोतलों को खरीदने में 22 लाख खर्च किए।
रणजी ट्रॉफी दूसरे क्वार्टरफाइनल में मुंबई और उत्तराखंड की टीमें मुकाबले में उतरी। इस में 41 बार की चैंपियन मुंबई ने रिकॉर्ड 725 रनों से जीत अपने नाम कर लिया। प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 250 सालों के इतिहास में रनों के लिहाज से यह सबसे बड़ी जीत है। मैच हारने के बाद खर्चों को लेकर उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन विवाद में फंस गया।
उत्तराखंड में कागजों पर करोड़ों का खर्च दिखाया जाता है।
लेकिन, खिलाड़ियों को दैनिक भत्ते के रूप में सिर्फ 100 रुपए देती है। खर्चो के आंकड़े सामने आने के बाद उत्तराखंड क्रिकेट ने सफाई और आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। एसोसिएशन ने खिलाड़ियों के खाने-पीने के खर्चे को सामने किया है, जिसे जानने के बाद आप भी हैरान हो जाएंगे।वहां प्रशासनिक अनियमितताओं से संबंधित खबरें भी मिली।
एसोसिएशन ने विज्ञप्ति जारी करके सब कुछ साफ किया। उसके मुताबिक, खिलाड़ियों को 2021-22 सीजन में 1250 और सपोर्ट स्टाफ को 1500 रुपये दैनिक भत्ते के रूप में दिए जाते हैं। बायो-बबल के कारण खिलाड़ी बाहर खाने नहीं जाते थे। उनके लिए होटल में ही खाना मंगवाया गया। खिलाड़ियों के दैनिक भत्ते से ही इसका भुगतान किया। लेकिन, जो खर्च बताया गया वो चौंकाने वाला तो है!