Rare in Medical Science: महिला ने 40 मिनिट में तीन बच्चो को दिया जन्म

एक बच्चे की घर पर और दो की अस्पताल में हुई नार्मल डिलेवरी बेहतर उपचार के लिये तीनो बच्चे जिला अस्पताल के SNCU में भर्ती

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Rare in Medical Science: महिला ने 40 मिनिट में तीन बच्चो को दिया जन्म

खरगोन से आशुतोष पुरोहित

खरगोन: खरगोन जिले के बडवाह के जुजाखेड़ी की एक 23 वर्षीय मजदूर महिला ने 40 मिनट में एक साथ तीन बच्चो को जन्म दिया। बडवाह के शासकीय अस्पताल में दो और एक बच्चे का जन्म घर पर ही हुआ था। पेशे से मजदूर महिला पार्वतीबाई पति दिलीप ने एक लडका और दो लडकियों को जन्म दिया है। माॅ सहित दो बच्चे पूरी स्वस्थ्य बताये जा रहे है। एक बच्चे को सास लेने मे तकलीफ हो रही है। बडवाह अस्पताल से सभी को जिला अस्पताल खरगोन रैफर कर दिया गया है। तीनो बच्चो को नवजात शिशु गहन चिकित्सा ईकाई में भर्ती कर दिया गया है।

जिला अस्पताल के डाक्टरो का मानना है की तीनो बच्चो का वजन कम है। स्पेशल केयर की जा रही है। डाक्टरों का भी मानना है की तीन बच्चे एक साथ जन्म लेना रेयर होता है। डिलेवरी नार्मल होना वर्तमान समय में बडी बात है। एक डिलेवरी घर पर होने के बाद लगातार प्रसव पीडा से परेशान महिला ने मात्र 40 मिनिट में बिना ऑप्रेशन किये एक साथ तीन बच्चो को जन्म देने का मामला मेडिकल साईस में रेयर है।

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खरगोन जिले के बडवाह के शासकीय अस्पताल के प्रसूति ग्रह में ग्राम जुजाखेड़ी की एक 23 वर्षीय मजदूर महिला ने 40 मिनट में एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया है। हलाकि पहले बच्चे का जन्म घर पर ही हुआ था। लेकिन दर्द बंद नही होने पर अस्पताल लाया गया। यहाॅ महिला ने आधे घन्टे बाद 10 मिनट के अंतराल से दो बच्चों का जन्म अस्पताल में दिया। एक लड़का और दो लड़कियां का जन्म हुआ। हलाकि एक बच्चे को सास लेने में तकलीफ और बेहतर इलाज के लिये खरगोन जिला अस्पताल रैफर कर दिया। अब तीनो बच्चे जिला अस्पताल की

नवजात शिशु गहन चिकित्सा ईकाई में भर्ती है। जिला अस्पताल के डाॅ राजेश सयदे बाल्य एंव शिशु रोग विशेषज्ञ का मानना है की तीन बच्चो की एक साथ डिलेवरी रेयर होती है। दो बच्चो तो तक ठीक रहता है। कम वजन के बच्चे होने से उनकी बेहतर उपचार किया जा रहा है। स्पेशल केयर की जा रही है।

बडवाह के पास ग्राम जूजाखेड़ी में मजदूरी करने वाली 23 वर्षीय महिला पार्वतीबाई के पति दिलीप की खुशी का ठीकाना नही है। लेकिन अब बच्चो को लेकर चिंता भी सता रही है। जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती बच्चो को लेकर पिता दिलिप का कहना है की प्रसव पीड़ा के दौरान एक बच्चे का जन्म घर पर ही हुआ लेकिन लगातार दर्द होने पर एम्बुलेंस से बडवाह अस्पताल लेकर पहुंचे। आधा घन्टे बाद 10 मिनिट के अंतराल में दो बच्चो की और डिलेवरी हुई । बच्चे एसएनसीयू में और पत्नि अस्पताल में भर्ती है। बडवाह में सफल डिलेवरी कराने वाली महिला चिकित्सक डाॅ कामाक्षी वर्मा का मानना है की नार्मल डिलेवरी हुई है। पहली डिलेवरी घर पर और आधा घन्टे बाद हमने दो और डिलेवरी अस्पताल में कराई है। 40 मिनिट में तीन बच्चो का जन्म हुआ है।

आमतौर एक या दो बच्चो की डिलेवरी होती है। लेकिन एक साथ तीन बच्चो की डिलेवरी नार्मल होना वर्तमान समय में बडी बात है। एक डिलेवरी घर पर होने के बाद लगातार प्रसव पीडा से परेशान महिला ने मात्र 40 मिनिट में बिना ऑप्रेशन किये एक साथ तीन बच्चो को जन्म देने का मामला मेडिकल साईस में रेयर है। बडवाह की चिकित्सक कामाक्षी वर्मा सहित स्टाफ ने दो बालिकाओ का सफल प्रसव कराया। एक मजदूर महिला को एक साथ तीन बच्चो का जन्म देना चर्चा बना हुआ है।