Ratan Tata: प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा को अणुव्रत पुरस्कार 2023 प्रदान किया गया

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Ratan Tata: प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा को अणुव्रत पुरस्कार 2023 प्रदान किया गया

नीति गोपेन्द्र भट्ट की रिपोर्ट 

मुंबई: प्रसिद्ध उद्योगपति और समाज सेवी रतन टाटा को अणुव्रत विश्व भारती का प्रतिष्ठित ‘‘अणुव्रत पुरस्कार’’ वर्ष 2023 मुम्बई स्थित उनके आवास पर भेंट किया गया।

अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के अध्यक्ष अविनाश नाहर और सोसायटी के प्रतिनिधिमण्डल ने रतन टाटा को पुरस्कार स्वरूप स्मृति चिन्ह, प्रशिस्त पत्र और 1.51 लाख रु,की राशि भेंट की।

इस अवसर पर अणुविभा के महामंत्री भीखम सुराणा, मुम्बई कस्टम कमिश्नर अशोक कुमार कोठारी, अणुविभा उपाध्यक्ष विनोद कुमार एवं सहमंत्री मनोज सिंघवी उपस्थित थे।

अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने रतन टाटा को अणुव्रत पुरस्कार सौंपते हुए मानव जाति को उनके द्वारा दिये गये सकारात्मक योगदान की प्रशंसा की एवं दुनिया में मानवीयता का श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए सम्पूर्ण अणुविभा परिवार की ओर से बधाई ज्ञापित की। उन्होंने बताया कि अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्रीमहाश्रमण ने रतन टाटा के प्रति अपनी मंगल कामनाएं प्रेषित की हैं तथा उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की है। रतन टाटा ने भी अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्रीमहाश्रमण जी के प्रति अपना हार्दिक आदर एवं सम्मान व्यक्त किया। साथ ही रतन टाटा ने मनाव समाज की भलाई के लिए अणुव्रत आंदोलन के तहत किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।

इस अवसर पर अणुविभा प्रतिनिधि मण्डल ने रतन टाटा को अणुव्रत साहित्य तथा ‘अणुव्रत’ एवं ‘बच्चों का देश’ पत्रिकाओं के विशेषांक भेंट किये । साथ ही अणुव्रत की प्रवृत्तियों चुनाव शुद्धि अभियान, अणुव्रत डिजिटल डिटॉक्स, एलिवेट, पर्यावरण जागरूकता अभियान, नशामुक्ति अभियान, जीवन विज्ञान आदि के बारे में भी जानकारी प्रदान की।

अणुव्रत पुरस्कार की श्रृंखला में अभी तक देश के जिन गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया गया है, उनमें आत्माराम, जैनेन्द्र कुमार, शिवाजी भावे, शिवराज पाटिल, नीतिश कुमार, डॉ. ए.पी. जे. अब्दुल कलाम, डॉ. मनमोनोहन सिंह, टी.एन. शेषन, प्रकाश आमटे आदि जाने माने नाम शामिल है।

उल्लेखनीय है कि 75वर्षों से गतिमान अणुव्रत आंदोलन मानवीय एकता, नैतिकता, अहिंसा आदि क्षेत्रों में और सद्भावना के लिए विशद कार्य कर रहा हैं। आचार्य तुलसी द्वारा शुरू किया गया यह आंदोलन संयुक्त राष्ट्र तक अपनी विशेष पहचान स्थापित कर चुका है।

 

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