Rat Miners Get Closer : रेट माइनर्स मजदूरों से चंद फ़ीट दूर, निकालने की सारी तैयारियां!
सभी को निकालकर उनके परिजनों के साथ जांच के लिए अस्पताल ले जाया जाएगा!
Uttarkashi : 17वें दिन उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को निकाला जा रहा है। इस सुरंग में 41 जांबाज मजदूरों ने करीब 400 घंटे कैसे काटे होंगे, ये कोई और नहीं समझ सकता। आज दोपहर 2 बजे के बाद जब से सुरंग के बाहर ऐंबुलेंस की कतार टीवी की ख़बरों में दिखाई जाने लगी तो लोग कांप गए। 3 बजे के बाद सुरंग की तरफ एक व्यक्ति दोनों हाथों में माला ले जाते दिखा। यह उन 41 मजदूरों के स्वागत के लिए थी, जिन्हें सुरंग से निकाला जा रहा है।
इस निर्माणाधीन सुरंग में कैद 41 श्रमिक कभी भी क्षण निकाले जा सकते हैं। सुरंग के अंदर मेडिकल की टीम पहुंच गई। मजदूरों के परिजनों को भी सुरंग के पास बुलाया है। परिजन मजदूरों के साथ अस्पताल जाएंगे। रेस्क्यू ऑपरेशन में थोड़ा समय लग रहा है, बताया जा रहा है कि एक लाइफ लाइन पाइप अलग से डाला जा रहा है। केंद्रीय राज्य मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सुरंग में मौजूद हैं।
एनडीएमए के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा कि रातभर काम किया गया। हमारी टीम बहुत ही मुश्किल काम कर रही है। 58 मीटर तक जाना अभूतपूर्व उपलब्धि है। हम कह सकते हैं कि हम आर-पार हो गए। लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा कि हम कामयाबी के करीब हैं। चंद फ़ीट की खुदाई बची है। अभी मैनुअल काम चल रहा है, हम 58 मीटर से ज्यादा खुदाई कर चुके हैं। अंदर फंसे मजदूरों ने कहा है कि वे काम होने की आवाजें सुन सकते हैं।
एनडीएमए सदस्य ने कहा कि जिला अस्पताल में 30 बेड की व्यवस्था की गई है और 10 बेड का इंतेजाम साइट पर ही किया गया है। चिनूक रात में उड़ान भर सकता है, लेकिन मौसम इसके लिए अनुकूल नहीं प्रतीत हो रहा है और फिलहाल इसकी आवश्यकता प्रतीत नहीं हो रही है। इमरजेंसी में एम्बुलेंस से श्रमिकों को ऋषिकेश एम्स ले जाया जा सकता है।
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