Ratlam MP: जुवां खेलते 33 लोग धराए,GRP थाने की भूमिका पर सवाल, आरोपियों से 2 लाख 17 हजार बरामद

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रमेश सोनी की रिपोर्ट

Ratlam MP: शहर की रेलवे कॉलोनी में जिसमें अधिकतर मकान जिर्णशिर्ण हों चुके जो अब अपराधियों और नशेड़ियों की शरणस्थली बनते जा रहे हैं,ऐसे में जीआरपी पुलिस की अनदेखी सवाल खड़े करतीं हैं।
कल देर रात रेलवे कॉलोनी के जर्जर हुए आवास पर जीआरपी और आरपीएफ ने छापा मार कर मौके से जुआ खेल रहे 33 लोगों को गिरफ्तार किया।आरोपियों के पास से 2 लाख 17 हजार रुपए जब्त हुए।

धराए आरोपियों से एक मिनी बस भर गई जिसके देर तक रेलवे स्कूल के पास खड़ा रहना जीआरपी की भूमिका पर सवाल खड़े करता है।

Ratlam MP (mediawala)

GRP टीआई लालसिंह सिसौदिया ने मीडिया को बताया कि मुखबिर से मिली सूचना पर रेलवे कॉलोनी की गली नंबर सात के एक जर्जर मकान पर दबिश दी। यहां ताशपत्ती का जुआ खेल रहे 33 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। आरोपियों की तलाशी के दौरान ताशपत्ती के अलावा 2 लाख 17 हजार रुपए जब्त हुए। सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।

टीआई सिसौदिया ने बताया कि सूचना मिलते ही आरपीएफ को अवगत कराया गया और जीआरपी चौकी के ए.सी.पनेल सहित स्टाफ को लेकर कार्रवाई की गई। पकड़े गए आरोपियों का रिकॉर्ड पता किया जा रहा है। यदि कोई आपराधिक रिकॉर्ड मिलता है तो उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

हालांकि जीआरपी ने इस बस को थाने ले जाने के बजाय डेढ़ घंटे तक रेलवे स्कूल के पास ही खड़ा रखा। यह बात मीडिया की नजर में आने और मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद जीआरपी द्वारा कार्रवाई का खुलासा किया गया। रेलवे कॉलोनी में इतने जुआरियों के पकड़ें जाने पर जब पत्रकारों ने इस बारे में जीआरपी टीआई से प्रश्न किए तो वो पल्ला झाड़ते नजर आए और स्पष्ट कहने से बचते दिखे। रेलवे कॉलोनी में अवैध गतिविधियों के संचालन के सवाल को भी वे टाल गए। उनका कहना था जब भी शिकायत मिली,तो तुरन्त कार्रवाई की गई।

इधर,चर्चा यह भी है कि जुआ खेलने वाले आरोपी जीआरपी द्वारा बताई गई संख्या से कुछ अधिक थी हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।सवाल यह भी उठता है कि एक ही आवास में 35-40 लोगों के एकत्रित होकर जुंआ खेलने में उनकी आहट क्यों नहीं सुनाई दी, वो जिस व्हिकल से वहां तक पंहुचे तो वह गश्त कर रहे सिपाहियों को दिखाईं नही दिए ?
बता दें कि रेल्वे कॉलोनी के इस क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियां संचालित होती हैं और अपराधियों ने इसे अपनी शरणस्थली बना रखी है।

रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म के आसपास भी वर्षों से जुआरियों ने अपने अड्डे बना रखें हैं।जहां पहले भी पुलिस ने कार्रवाई कर अपराधियों को पकड़ा है।