रतलाम-नीमच दोहरीकरण कार्य द्रूतगति से जारी
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल पर अधोसंरचनात्मक विकास के क्षेत्र में तीव्र गति से कार्य हो रहा है। आमान परिवर्तन , रेल लाइन दोहरीकरण एवं नई लाइन का कार्य शीघ्रता से किया जा रहा है।
पश्चिम रेल मंडल के नीमच- चित्तौड़गढ़, उज्जैन-देवास-इंदौर तथा राऊ-डॉ. अम्बेडकर नगर खंड के कार्य को सफलता पूर्वक पूरा किया जा चुका है। रेलवे के प्रवक्ता श्री खेमराज मीना ने बताया कि
रतलाम मंडल पर स्थित अधिकांश खंडों का दोहरीकरण हो चुका है तथा जो खंड बचे हैं वो भी स्वीकृत है ओर उन पर रेल लाइन दोहरीकरण कार्य चल रहे हैं।
श्री मीना के मुताबिक वर्तमान में यदि दोहरीकरण की बात करें तो रतलाम-नीमच लगभग 133 किलोमीटर खंड का कार्य लगभग 1095.88 करोड़ की लागत से किया जा रहा है।
इस दोहरीकरण मार्ग के कार्य हेतु इस बार के बजट में लगभग 400 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
इस खंड के कुल133 किमी में से धौसवास से नामली 11.79 किमी तथा नामली से बड़ायला चौरासी 11.28 किमी अर्थात कुल 23.07 किमी का कार्य पूर्ण होकर दोहरीकृत खंड से ट्रेनों कापरिचालन आरंभ किया जा चुका है।
नीमच- रतलाम खंड के दोहरीकरण के तहत अन्य खंडों में भी कार्य शीघ्रता से किया जा रहा जिसमें नीमच-हरकियाखाल 12.83 किमी तथा हरकियाखाल – मल्हारगढ़ 12.45 किमी खंड को शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जाएगा ।
नीमच-रतलाम दोहरीकरण कार्य को प्राथमिकता से किया जा रहा है तथा कार्य को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने के लिए धौसवास-रतलाम, धौसवास-नामली, नामली-बड़ायला चौरासी, बड़ायला चौरासी-ढोढर, दलौदा-ढोढर, मंदसौर-दलौदा, मल्हारगढ़-मंदसौर,हरकियाखाल-मल्हारगढ़ एवं नीमच-हरकियाखाल जैसे छोटे-छोटे खंडों में बांटकर तथा उचित स्तर पर निगरानी के साथ पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल की निर्माण इकाईके कुशल निर्देशन में कार्य का निष्पादन किया जा रहा है।
मंदसौर सहित मार्ग के अन्य स्थानों पर रेलवे पुलिया कार्य भी चल रहा है ।