रतलाम से रमेश सोनी की विशेष रिपोर्ट
Ratlam: अमन चैन और शांति का यह शहर अशांति पैदा करने वालों की शरणस्थली बनता जा रहा है। अब यह शहर इस बात का गवाह बन रहा है कि यहां खौफ है, दहशत है और कब यहां के हालात बिगड़ जाए नहीं कहा जा सकता। यह भी नहीं कह सकते कि इन देशद्रोहियों के मंसूबे दुसरे शहरों में ब्लास्ट करने की बजाय रतलाम में करने के हों जाएं।
ऐसे में दहशतगर्दों की प्लानिंगे….दहशतगर्दों की करतूतें…दहशतगर्दों का खौफ..
मध्यप्रदेश की सरहद से सटे राजस्थान के निम्बाहेड़ा में रतलाम के इन सफेदपोशों का पकड़ाना इनके जहरीले मंसूबों को बयां कर रहा है।
इनके मंसूबों में यह कामयाब हो जाते तो सोचिए जयपुर के हालात कैसे होते क्या पता कितने लोग मौत के मुहाने में पहुँचते, क्या पता कितनी लाशें सड़कों पर पट जाती, क्या होता यह सोचकर रुह कंपकपाए बगैर नहीं रह सकती हैं।
यह प्लानिंग समय रहते पुलिस और एटीएस की सजगता से विफल तो हो गई पर क्या अब भी रतलाम शहर सेफ है, सुरक्षित है? क्या अब कोई अनहोनी नहीं होगी? क्या प्रशासन की कार्यवाहीं से अब इन दहशतगर्दों में खौफ पैदा होगा?
नहीं… मैं कहता हूं नहीं… पिछले दिनों रतलाम प्रशासन ने शहर के कई असामाजिक तत्वों को जिलाबदर किया इतना ही नहीं आपराधिक प्रवृत्ति के गुण्डों के निर्माणों को जमींदोज किया। इतना बड़ा एक्शन लेने के बाद क्या इन अपराधियों में प्रशासन के नाम की दहशत पैदा हुई क्या? इनके मंसूबों में अपनत्व जागा ?इनके मन में खौफ पैदा हुआ? नहीं, नहीं, नहीं ऐसा हरगिज नहीं होगा।
शहर के क्षेत्र शैरानी पुरा,मोहन नगर,खातीपुरा,आनन्द कॉलोनी,विक्रम नगर, मोमिन पुरा इन क्षेत्रों की और से निकलने में आमजन कतराते हैं, डरते हैं।
राष्ट्रीय ओलेमा कौंसिल, सिमी, सुफा, यह हिन्दू विरोधी संगठन क्यों सक्रिय हो रहे हैं। कौन हैं असजद, कौन है अल्तमस, कौन है सेफुल्ला, कौन हैं जुबेर, कौन हैं आमीन, क्यों खौफ खाते हैं इनके नाम से आमजन…….
यह वह सब सुलगते सवाल है जिस पर हर पल, हरदम और हर समय पुलिस के सख्त पहरे की दरकार है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्यों जिला प्रशासन ने इन भूमाफियाओं गुण्डों, माफियाओं और गुनाहगारों पर चल रही कार्यवाही पर विराम लगा दिया था? जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमेशा अपराधों पर अंकुश लगाने की बात कहते हैं और प्रदेश में कई स्थानों पर कड़ी कार्यवाही चल रही है।
रतलाम में इन पर कार्रवाई रुक जाने से ही इन दहशतगर्दों में सक्रियता पनपी अब कुचलना होगा इनकी सक्रियता को, अब पहुँचना होगा इनको सलाखों के पीछे,….
इन गुनाहगारों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आज सुबह से ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने एक्शन लेते हुए इनके घरों पर बुलडोजर चला कर उनकी एशगाहों को ध्वस्त करना शुरू किया है।
बता दें कि दहशतगर्द राजस्थान के जयपुर को बम धमाकों से दहलाने की साजिश करने वालों के घर पर आज सुबह जेसीबी चलना शुरू हो गई है। नगर निगम, पुलिस रतलाम के इमरान के मोहन नगर स्थित घर को ध्वस्त कर दिया।
राजस्थान एटीएस द्वारा पकड़े गए आरोपियों के साथ संदिग्ध इमरान के मोहन नगर स्थित मकान पर पुलिस ने बुलडोजर से मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू की। इमरान का मकान कुख्यात आरोपी सड्डू लाला के मकान के ठीक लगा हुआ है।
सड्डू लाला का मकान पिछले महीने ही जिला प्रशासन ने तोड़ दिया था। बता दें कि सड्डू लाला शहर का कुख्यात गुण्डा है। जिसका नाम पुलिस की सूची में सूदखौरी,हफ्ता वसूली, मारपीट और हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं।
बता दें कि इमरान के जुलवानिया रोड स्थित फार्म हाउस पर भी पुलिस और प्रशासन कार्रवाई के लिए पहुंचा। वहां भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
इसी इमरान के पास कल निम्बाहेडा पुलिस ने कार से आरडीएक्स और अन्य सामान बरामद किया था।इसी रतलाम से यह आरडीएक्स लेकर निम्बाहेडा होकर राजस्थान में सप्लाय करने जा रहे थे।
इनको संदेश था कि जयपुर के पहले बताए गए स्थान पर आरडीएक्स को गाड़ देना व उसका फोटो या वीडियो बनाकर वाट्सअप करने का आदेश था।
इतने गंभीर मामले का मास्टर माइंड रतलाम का होगा यह किसी ने भी नहीं सोचा था।अब ऐसे में सवाल यह खड़ा हो गया है कि क्या आरडीएक्स रतलाम से गया था? और गया था तो यह कहा से आया? क्या देशद्रोहियों ने यही पर बनाया था या आरडीएक्स को बनाने में किसी बाहरी दहशतगर्दों का सहयोग रहा।
वैसे इन आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम एसपी अभिषेक तिवारी और भारी पुलिस बल,नगर निगम का अमले ने अंजाम दिया।
कार्रवाई के चलते कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मीडिया को बताया कि यह कार्यवाहीं कल भी चलेगी और उसके बाद नहीं रुकेगी। पिछले कुछ दिनों से कार्यवाहीं रुक गई थी अब सतत् जारी रहेगी।
इन सब देशद्रोहियों का मास्टर माइंड हैं राष्ट्रीय ओलेमा कौंसिल का डॉ.अनवर जो सिमी संगठन की गतिविधियों में लिप्त रहा है और इसी ने असजद को ओलेमा कौंसिल का प्रदेश महासचिव बनवा दिया था।
बता दें कि राष्ट्रीय ओलेमा कौंसिल नई दिल्ली में बाटला हाउस एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के लिए हर साल आयोजन करती है, उसमें असजद का आना जाना रहता है।
राजस्थान के जयपुर आरडीएक्स पंहुचाने के पहले ही तीनों देशद्रोहियों को बता दिया गया था कि किस जगह जमीन में आरडीएक्स को गाडऩा है।
इसके बाद इसके फोटो व वीडियो लेकर अपने रतलाम स्थित आका को सोशल मीडिया पर देना थे।रतलाम में जो इनका आका है उसका नाम आमीन है।
आरडीएक्स को छिपाकर आमीन को ही फोटो व वीडियो बनाकर भेजना थे। वहीं जयपुर में दूसरी गैंग इस पर आगे का काम करने वाली थी। इधर आमीन और सेफुल्ला का पूरा परिवार फरार है। ऐसे में इनके मंसूबों पर पानी फिर चुका है और प्रशासन भी मुस्तैद है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान के भी निर्देश इनको जड़ से खत्म कर देने के है।और ऐसा होता है तो इस शहर के अमन चैन और सुकून बरकार रहेगा।