रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट
Ratlam: मध्यप्रदेश के रतलाम में 23 से 29 अप्रैल तक शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा सुनाएंगे। शिव महापुराण कथा में प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं के पहुँचने की संभावना है।इसके चलते आयोजन समिति की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
कथा के मुख्य यजमान रविन्द्र पाटीदार एवं कल्याणी पाटीदार ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि कथा 23 से 29 अप्रैल तक प्रतिदिन दोपहर 2 बजे आरंभ होकर शाम 5 बजे समापन होगा।
भाई की स्मृति में कर रहे आयोजन
कथा आयोजक रविंद्र पाटीदार ने बताया कि उनके छोटे भाई स्वर्गीय अरविंद पाटीदार जिनका देहांत सन 2018 में हो गया था उनकी स्मृति में उनके परिवार के द्वारा गत वर्ष 31 जनवरी को कथावाचक मिश्रा से सीहोर में जाकर रतलाम में कथा आयोजन का निवेदन किया गया था। जिस पर 23 अप्रैल से 29 अप्रैल 22 तक रतलाम में कथा करने का समय दिया गया था।
पण्डाल में होगी माकूल व्यवस्था
श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह पीने के पानी की व्यवस्था की गई है। श्रद्वालुओं की जिज्ञासाओं को लेकर उनके प्रश्नों को गुरूदेव पहुंचाने के लिए मुख्य द्वार पर डायरी-पेन उपलब्ध रहेंगे। जिसके माध्यम से श्रद्वालु अपने प्रश्न गुरूदेव तक पहुंचा सकेंगे।
पाटीदार ने बताया कि पार्किंग शुल्क के साथ वाहन पार्किंग सुविधा कथा स्थल पर उपलब्ध होगी। उन्होंने श्रद्धालुओं से कथा स्थल पर कीमती आभूषण पहन कर नहीं आने का आग्रह किया है।
साथ ही बताया कि कथा समाप्ति के पश्चात श्रद्वालुओं के ठहरने की व्यवस्था नहीं होगी। श्रद्वालु स्वयं ही अपने ठहरने और खाने पिने की व्यवस्था करें।
कथा पण्डाल पर 8 एलसीडी लगेगी तथा चिकित्सा सुविधाओं को लेकर पर्याप्त व्यवस्था के साथ एम्बुलेंस तथा 16 स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम कथा स्थल पर मौजूद रहेगी।
पण्डाल के आस पास पांच स्थानों पर पुलिस सहायता केन्द्र बनाया गया है। जिनके माध्यम से चारों ओर 45 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी।
जिला प्रशासन द्वारा भी आयोजन समिति को सहयोग कर मार्गदर्शन दिया जा रहा है। कथा स्थल तक आने जाने की व्यवस्था श्रद्धालुओं को स्वयं करना होगी।
शिव पुराण कथा के दौरान सुबह 9 बजे से 11 बजे तक 108 जोड़ों द्वारा प्रतिदिन रूद्राभिषेक किया जाएगा।
यह थे मौजूद
प्रेसवार्ता के दौरान आयोजन समिति के रविन्द्र पाटीदार, कल्याणी पाटीदार, कन्हैयालाल मोर्य, अशोक पोरवाल, मनोहर पोरवाल, प्रदीप उपाध्याय, निमिष व्यास, कैलाश झालानी, अनिल झालानी, मनोहर पोरवाल, मंगला देवड़ा, रत्ना पाल, मोनिका शर्मा, सतीश राठौर सहित आयोजन समिति के अनेक सदस्य मौजूद थे।
ऐसे पहुंचे कथा स्थल तक
बाजना तरफ से आने वालों के लिए, बाजना बस स्टेण्ड से शंकरगढ़, त्रिवेणी मेला ग्राउण्ड से कथा स्थल कनेरी रोड़।
जावरा तरफ से आने वालों के लिए
सेजावता से बंजली बायपास होते हुए मेडिकल कॉलेज, राममंदिर से कस्तुरबा नगर, डोंगरे नगर, उत्कृष्ट स्कूल, बाजना बस स्टेण्ड से त्रिवेणी मेला ग्राउण्ड से कथा स्थल तक पहुंचा जा सकता है।
इंदौर, उज्जैन एवं धार तरफ से आने वालों के लिए
सालाखेड़ी पुलिस चौकी से करमदी गांव होते हुए मथुरी गांव से कथा स्थल तक पहुंचा जा सकता है।
झाबुआ-पेटलावाद तरफ से आने वालों के लिए
रानीसिंग गांव से कनेरी होते हुए कथा स्थल तक पहुंच सकते है श्रद्वालु।