Ratlam MP: कहते हैं डॉक्टर भगवान का स्वरूप होता है जो मरने वाले मरीजों को मौत की दहलीज पर से वापस खींच लाते हैं।और यही डॉक्टर शराब के नशें में गुण्डा गर्दी पर उतर कर अपने साथियों के साथ छोटी सी बात पर किसी पर जानलेवा हमला कर देता हैं और धमकी देता है कि एट्रोसीटी एक्ट में उलझा दुंगा तो यह उस डॉक्टर के लिए चुल्लू भर पानी में डूबकर मर जाना साबित होता है।
ऐसा ही मामला रतलाम के सैलाना के पास स्थित बोदीना में सामने आया हैं जिसमें शराब के नशें में धूत होकर डॉक्टर और उसके साथियों ने एक बेकसूर व्यक्ति की जमकर पिटाई कर डाली पिटाई भी ऐसी कर डाली की बेकसूर युवक अस्पताल की चारपाई पर लेटकर
कराहता रहा और रतलाम में उसकी हालत नहीं संभली तो उसे इंदौर में उपचार के लिए ले जाना पड़ा।
क्या था मामला
जिला अस्पताल के पीजीएमओ और प्रतिष्ठित डॉक्टर जीवन चौहान और उसके साथियों ने बोदीना स्थित एक पाली हाउस में दो सप्ताह पहले शराब के नशे में जमकर बवाल किया।उन्होंने वहां मौजूद युवकों के साथ बुरी तरह से मारपीट की।डॉक्टर और उसके साथियों ने जिस युवक के साथ मारपीट की उसे इलाज के लिए उन्हें इंदौर जाना पड़ा।घटना की रिपोर्ट अब औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है।
क्या कहते हैं फरियादी
राजबाग कालोनी निवासी जसराज पिता उमेश मकवाना ने बताया कि वह प्रायवेट जाब करता है।9 जुलाई को उसने अपने परिचित डाक्टर सीपी राठौड़ के साथ अपने बोदीना स्थित पाली हाऊस पर खाने-पीने की पार्टी रखी थी।इसमें उसके अलावा सीपी राठौड़ तथा भाई मयंक मकवाना शाम पांच बजे पहुंचे थे।पार्टी में डॉ.सीपी राठौड़ ने अपने सीनियर डॉ.जीवन चौहान को भी बुलाया था।रात को लगभग 10 बजे डॉक्टर जीवन चौहान अपने साथ बबलु डाबी, उत्सव नायक,रवि भाटी,जीतू चौधरी,अक्षत पहाड़ियां को साथ लेकर पॉली हाउस आए।यह सभी काले रंग की एसयूवी फोर व्हीलर में हूटर बजाते हुए तथा तेज गाना बजा रहे थे जो नशे में धूत थे। इनकी एसयूवी में बीयर की पेटी भी थी। जिन्होंने पॉली हाउस पर पंहुचते ही उन्होंने हुड़दंग मचाना शुरू कर दिया।तब हमारे यहां काम करने वाले धर्मेन्द्र पाटीदार ने उन्हें रोका और समझाइश दी।इस पर डॉक्टर जीवन चौहान और उनके साथी विवाद करने पर उतारू हो गए।मैंने उनको मना किया लेकिन डॉक्टर जीवन चौहान मुझे गालियां देने लगे।मैंने उन्हें गाली देने से मना किया तो जीवन चौहान ने लातोंघूसों से मारपीट कर जमीन पर पटक दिया तथा मुझे पकड़ कर घसीट दिया।बबलू व जीतू ने मुझे कुर्सी से पीठ तथा जांघ पर मारा जिससे पीठ व जांघ में चोट लगी।वहां मौजूद लोगों ने बीच-बचाव किया और मुझे कमरे में ले जाकर दरवाजा अंदर से लगा दिया।जाते जाते मुझ पर एट्रोसीटी एक्ट में कार्रवाई करने की धमकी दी और चेन भी खींच कर ले गए और कह गए कि चेन चाहिए तो लेने आ जाना।डॉक्टर जीवन चौहान ने जान से मारने की नियत से फावड़ा मेरे सिर पर दें मारा।
मेरे सिर से खून बह निकला।तब डॉक्टर जीवन चौहान व उनके साथी वहां से जाने लगे।बाद में मयंक ने रोहित कोठारी को सैलाना से बुलाया और जीडी अस्पताल लेकर गए।जसराज ने बताया जीडी अस्पताल में स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो इंदौर चौइथराम अस्पताल ले गए।इंदौर में इलाज करवाने के बाद रतलाम थाने पर आकर रिपोर्ट दर्ज कराई।