रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट
रतलाम के औद्योगिक विकास को दिशा में देने में अग्रसर रतलाम की पोरवाल इंडस्ट्रीज को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। इंडस्ट्रीज को विश्व की प्रतिष्ठित फार्च्यून मैगजीन ने स्थान दिया है। पोरवाल इंडस्ट्रीज को मैगजीन ने 50 वर्ष से एथिकल बिजनेस प्रैक्टिसेज का पालन करने के मामले में अग्रणी पाया है।
फार्च्यून मैगजीन विश्व की प्रसिद्ध मैगजीन है जो टॉप 500 कंपनीज की लिस्ट जारी करने के लिए जानी जाती है। हाल ही में फार्च्यून मैगजीन द्वारा एक विशेषांक का प्रकाशन किया है। इस विशेषांक में रतलाम की पोरवाल इंडस्ट्रीज ने भी जगह बनाई है। मैगजीन ने माना है कि पोरवाल इंडस्ट्रीज 50 साल से बिजनेस एथिक्स की स्थापना में सशक्त भूमिका निभा रही है और अपने स्टेक होल्डर्स और कस्टमर्स में अपनी अपनी सत्यनिष्ठा और भरोसे के मामले में खरी उतरी है।
1972 में पोरवाल बंधुओ ने की थी स्थापना पोरवाल बंधु वीरेंद्र एवं सुरेंद्र पोरवाल द्वारा एथिकल बिजनेस और प्रमाणिकता का ना सिर्फ बीज रोपा वरन उस पर चलते हुए सभी मापदंडों का पालन भी किया। यह एथिकल बिजनेस भारत को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने में सहायक है।
पोरवाल इंडस्ट्रीज अब पोरवाल ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज बन चुका है जो एक प्रतिष्ठित व्यवसायिक घराना होकर कई प्रकार के व्यवसायों में संलग्न है। पोरवाल ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज आज इंजीनियरिंग से जुड़े उत्पादों के निर्माण से लेकर फैब्रिकेशन के उपकरण, मेटल पाउडर (धातु चूर्ण), मैट्रेस व ऐसे ही अन्य प्रोडक्ट्स के अलावा कंज्यूमर ड्यूरेबल रेंज तैयार करने में शिद्दत से जुड़ी हुई है। इन सभी में सफलता का अर्जित करते हुए इस औद्योगिक घराने ने ना सिर्फ आर्थिक रूप से सुदृढ़ हुआ बल्कि अपने शेयर धारकों और ग्राहकों का भी विश्वास जीता।
विदेशों में बढ़ाएंगे कदम
यूएस और कनाडा में भी बढ़ाएंगे कदम करेंगे निवेश मैगजीन ने पोरवाल इंडस्ट्रीज का हिस्सा वरुण पोरवाल को भी पर्याप्त स्थान दिया है। वरुण पोरवाल द्वारा मैगजीन को दिए इंटरव्यू के अनुसार हमारी सफलता का राज हमारी मजबूत योजनाएं हैं। हम अपनी क्षमता और उत्पादन का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जल्द ही विदेशी जमीन अमेरिका और कनाडा में भी निवेश प्रस्तावित है।
बुनियाद मजबूत हो तो परिणाम भी सकारात्मक ही आते हैं, सफलता भी कदम चूमती है। कहते हैं कि अगर बुनियाद मजबूत हो तो परिणाम सार्थक और सकारात्मक आने से कोई नहीं रोक सकता। पोरवाल इंडस्ट्रीज के लिए भी यह बात लागू होती है।
पोरवाल इंडस्ट्रीज के संस्थापक पोरवाल ब्रदर्स (सुरेंद्र और वीरेंद्र) को मजबूत इरादों की बुनियाद अपने पिता (स्व.) वरदीचंद पोरवाल से मिली जो खुदृढ़ निश्चय और इरादों के मामले में रतलाम के खरे सोने जैसे ही खरे थे।
वरिष्ठ अभिभाषक के अलावा संविधान निर्मात्री एवं रेवेन्यू लॉ कमेटी रतलाम राज्य के सदस्य रहे वरदीचंद पोरवाल सुप्रीम कोर्ट के एक ऐतिहासिक फैसले के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि पोरवाल परिवार की सेकंड जनरेशन वरुण अपना पहला मार्गदर्शक अपने दादा वरदीचंद और दूसरे मार्गदर्शक परिवार के वरिष्ठ सुरेंद्र एवं वीरेंद्र पोरवाल को मानते हैंl