Ratlam News: दो वर्षों से बिछड़े मनोरोगी गुरविंदर के मिलने पर परिजनों की आंखों से छलकने लगे आंसू

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Ratlam News: दो वर्षों से बिछड़े मनोरोगी गुरविंदर के मिलने पर परिजनों की आंखों से छलकने लगे आंसू

रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट

रतलाम: लावारिस और बदहाल अवस्था में भटकते हुए 50 वर्षीय एक व्यक्ति को रतलाम जिले के ग्राम धामनोद के डॉक्टर दिनेश राव ने समाजसेवी गोविंद काकानी के सहयोग से जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया।जहां डॉक्टरों ने मनोरोगी गुरविंदर के पैर में लगी चोट का ड्रेसिंग कर उपचार प्रारंभ किया।मरीज से घर परिवार और स्थान के बारे में पुछताछ करने पर उसने अपना नाम गुरविंदर पिता मनिंदर सिंह रंधावा ग्राम जलाला उस्मान जिला अमृतसर पंजाब का रहना बताया।
मौके पर ई खबर टुडे के सम्पादक तुषार कोठारी एवं डॉक्टर दिनेश राव ने घरवालों को उसके रतलाम होने का समाचार दिया।तब पंजाब से परिजन तत्काल रवाना हो गए।जब यह बात मनोरोगी मरीज को पता लगी तो वह अस्पताल से भाग निकला।पंजाब से घर वाले रतलाम पहुंचे तब उन्हें मालूम पड़ा कि गुरविंदर अस्पताल से भाग चुका है।तब थोड़ा मायूसी का वातावरण बना‌।
दुसरे दिन सुबह-सुबह अस्पताल चौकी प्रभारी प्रधान आरक्षक अशोक शर्मा को गुरविंदर जिला जेल के सामने दिखाई दिया।जिसे चौकी प्रभारी शर्मा नाश्ते का लालच देकर अस्पताल चौकी पर ले आए और पंजाब से लेने आए परिजनों को सूचना दी इस पर वे तत्काल जिला अस्पताल पहुंच गए और गुरविंदर को देखकर उनकी खुशियों से आंखों में आंसू छलकने लगे।वह गुरविंदर को जीवित देखकर फूले नहीं समा रहे थे।गुरविंदर के भाई गुरदयाल सिंह ने बताया कि गुरविंदर 2 वर्ष पूर्व गांव से बगैर बताएं निकल गया था।तब से उसे हम सब परिवार वाले खोज रहे थे परंतु इसका कहीं भी ठीकाना नहीं लग रहा था।गुरविंदर को पंजाब रवाना करने से पहले मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर निर्मल जैन को दिखाकर दवाईयां दिलवाई गई।

*रेलवे ने किया सराहनीय सहयोग*
गोविंद काकानी ने रेलवे के अधिकारी वकार भाई और श्रीवास्तव से संपर्क किया।
तब डीसीएम मनोज वर्मा (सोनी) ने समस्या सुनकर आरक्षण की दोनों सीटें आबंटित कर दी।जिससे पूरा परिवार सुरक्षित गुरविंदर को लेकर अपने गांव सकुशल पहुंच गया।