विवेक तन्खा(Vivek Tankha) के खिलाफ पर्चेबाजी क्यों?

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विवेक तन्खा(Vivek Tankha) के खिलाफ पर्चेबाजी क्यों?

देश के जानेमाने वकील और मप्र से कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य विवेक तनखा के खिलाफ अचानक पर्चेबाजी शुरू हो गई है। बेहद साफ सुथरी छवि के तनखा के बारे में सभी जानते हैं कि वे समय आने पर अपने विरोधियों की भी मदद करते हैं। तनखा के खिलाफ वायरल किए जा रहे पर्चे को पढ़कर लगता है कि यह मप्र में वकीलों की अंदरूनी राजनीति के चलते बांटा या वायरल किया जा रहा है, लेकिन यह भी चर्चा है कि मप्र में कांग्रेस की एकमात्र राज्यसभा सीट को लेकर गंदी राजनीति का खेल शुरू हो गया है।

विवेक तन्खा के खिलाफ पर्चेबाजी क्यों?

 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एकमात्र सीट से विवेक तनखा और अरूण यादव दोनों को राज्यसभा भेजने का भरोसा दिला रहे हैं जबकि हमारे मुखबिर का कहना है कि यदि कमलनाथ की चली तो वे अपने सबसे भरोसेमंद अशोक सिंह को राज्यसभा भेजेंगे।

*कांग्रेस विधायक ने भाजपा नेताओं में कराया समझौता!*

यह मप्र के इतिहास में बहुत ही चौंकाने वाला मामला है कि कांग्रेस के एक विधायक ने मप्र भाजपा के दो दिग्गज नेताओं के बीच सुलह करा दी। दमोह से सांसद व केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और दमोह के पूर्व विधायक जयंत मलैया के बीच चल रहा शीतयुद्ध किसी से छुपा नहीं है।

कांग्रेस विधायक अजय टंडन

दमोह विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की करारी हार के बाद मलैया को भाजपा से बाहर कराने में प्रहलाद पटेल ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। इधर जयंत मलैया और कांग्रेस विधायक अजय टंडन की दोस्ती किसी से छुपी नहीं है। इस सप्ताह रामनवमी के दिन अचानक अजय टंडन के घर प्रहलाद पटेल और जयंत मलैया पहुंचे। मुखबिर का कहना है कि कांग्रेस विधायक ने भोजन की टेबल पर प्रहलाद पटेल और जयंत मलैया के बीच चल रहे मतभेदों को दूर कराया। यह भी चर्चा है कि इन तीनों नेताओं ने कांग्रेस से भाजपा में आए राहुल लोधी के खिलाफ एकजुट होने का संकल्प लिया है।

*पूर्व आयकर आयुक्त की खरी खरी!*

बाबा साहब अंबेडकर जयंती के अवसर पर भोपाल के सप्रे संग्रहालय में भारतीय संविधान पर आयोजित संगोष्ठी में मप्र के पूर्व प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त डॉ. राकेश कुमार पालीवाल ने मप्र की अफसरशाही को जमकर खरी खरी सुनाईं। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि राजधानी के टाइगर मूवमेंट क्षेत्र में प्रदेश के अफसर नियमों की धज्जियां उड़ाकर जमीनें खरीद रहे हैं और बंगले बना रहे हैं। शिकायतें और सबूत होने के बाद भी शासन प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

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पालीवाल का कहना है कि अवैध निर्माण को लेकर जिला प्रशासन की जिम्मेदारी और कार्रवाई के लिए समय सीमा तय होना चाहिए। देखना है कि गांधीवादी चिन्तक पालीवाल की इस खरी खरी का शासन प्रशासन पर कोई असर होता है या नहीं?

*कांग्रेस विधायक हीरा बनेंगे दुल्हा*

कांग्रेस विधायक डॉ. हीरा अलावा अगले महीने दुल्हा बनने जा रहे हैं। शादी की दावत में उन्होंने 25 हजार से अधिक कांग्रेस व जयस कार्यकर्ताओं को न्यौता भेजा है। एम्स दिल्ली में सहायक प्राध्यापक की नौकरी छोड़कर कांग्रेस से विधायक बने चालीस साल के इस डॉक्टर को धमतरी की जागृति पसंद आ गई है।

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शादी की दावत उन्होंने धार जिले के अपने गांव भैसलाई में रखी है। इस दावत के बहाने डॉ. हीरा अलावा कांग्रेस और जयस से जुड़े आदिवासी युवाओं के बीच अपनी ताकत भी दिखाने जा रहे हैं। खास बात यह है कि डाॅ. हीरा अलावा के विवाह की दावत पूरी रात चलेगी। निमंत्रण पत्र सोशल मीडिया के जरिये भी भेजे जा रहे हैं।

*स्पेशल डीजी को हाईकोर्ट का झटका*

मप्र के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शैलेश सिंह को मप्र हाईकोर्ट से तगड़ा झटका लगा है। शैलेश सिंह की पत्नी ने मायके की सम्पत्ति के बंटवारे को लेकर अपने भाई के खिलाफ 64 लाख की धोखाधड़ी और चैक बाऊंस की एफआईआर वर्ष 2013 में भोपाल के हबीबगंज थाने में दर्ज कराई थी।

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इस सप्ताह हाईकोर्ट ने इस एफआईआर और इससे संबंधित कार्रवाई को खारिज करते हुए यह स्वीकार कर लिया है कि उक्त एफआईआर आईपीएस शैलेश सिंह के प्रभाव के कारण हुई थी। शैलेश सिंह वर्तमान में पुलिस मुख्यालय में स्पेशल डीजी हैं।

*सीनियर एडवोकेट पर गिरेगी गाज*

आईपीएस शैलेश सिंह और उनकी पत्नी के मामले में मप्र हाईकोर्ट ने सीनियर एडवोकेट मृगेन्द्र सिंह के खिलाफ स्टेट बार काउन्सिल से कठोरतम कार्रवाई करने की अनुशंसा की है। मृगेन्द्र सिंह ने हाईकोर्ट जज पर पूर्वाग्रह से ग्रसित होने का आरोप लगाते हुए जज को इस मामले से हट जाने को कहा था। जज ने इसे गंभीरता से लेते हुए अपने फैसले में एडवोकेट मृगेन्द्र सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात लिख दी है। खास बात यह है कि हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान मृगेन्द्र सिंह के पिता सीनियर एडवोकेट आरएन सिंह ने भी मृगेन्द्र सिंह के व्यवहार को लेकर हाईकोर्ट जज से क्षमा मांगी थी, लेकिन हाईकोर्ट फिलहाल मृगेन्द्र सिंह को बख्शने के मूड में नहीं है।

*और अंत में…*

इस सप्ताह मप्र की राजनीति में दो भाजपा सांसदों के तीन पुत्रों की जमकर चर्चा हो रही है। मुरैना से सांसद व केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह के दोनों पुत्रों देवेन्द्र प्रताप सिंह और प्रबल प्रताप सिंह ने भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में प्रदेश में सकारात्मक कार्यशैली से समाज में बदलाव लाने वाले हस्तियों को चैंपियन ऑफ चेंज आवार्ड से सम्मानित करने का गरिमामय आयोजन किया। राज्यपाल व मुख्यमंत्री सहित अनेक हस्तियों ने इस आयोजन में शामिल होकर तोमर के इन दोनों पुत्रों की तारीफों के पुल बांधे। दूसरी ओर इस सप्ताह विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव के बेटे विनय भार्गव का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ जिसमें वे हिन्दु संगठन के आव्हान पर दुकानें बंद न करने वालों की दुकानें लूटने, मुसलमानों को ढंग से रहने वर्ना उनकी बस्ती उजाड़ने व आगजनी के लिए तैयार रहने का आव्हान कर रहे हैं।