Re-Examination of Affected Students : NEET-UG के परीक्षा केंद्रों पर बिजली गुल से प्रभावित 75 छात्रों की पुनः परीक्षा के हाईकोर्ट के आदेश

बिजली गुल होने से प्रभावित छात्रों की रैंक दोबारा परीक्षा के नंबरों के आधार पर ही मानी जाएगी!

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Re-Examination of Affected Students : NEET-UG के परीक्षा केंद्रों पर बिजली गुल से प्रभावित 75 छात्रों की पुनः परीक्षा के हाईकोर्ट के आदेश!

Indore : मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) को नीट-यूजी की उन छात्रों के लिए दोबारा परीक्षा कराने और जल्द रिजल्ट जारी करने के आदेश दिए हैं, जो बिजली गुल होने से 4 मई को ठीक से परीक्षा नहीं दे सके थे। कोर्ट ने यह भी कहा कि याचिकाकर्ता की रैंक केवल उसके फिर से होने वाली परीक्षा में मिले नंबरों के आधार पर ही मानी जाएगी।

4 मई को परीक्षा के दौरान इंदौर और उज्जैन के कई एग्जाम सेंटर की बिजली गुल हो गई थी। छात्रों ने हाईकोर्ट से कहा था कि बिजली गुल होने से परीक्षा पर असर पड़ा। जिन छात्रों की परीक्षा दोबारा कराई जा रही है, उन्होंने 3 जून से पहले याचिका दाखिल की थी।

 

जज ने बिजली बंद कराई, फिर परीक्षा पेपर देखा

यह परीक्षा केवल उन 75 छात्रों के लिए आयोजित की जाएगी, जिन्होंने 3 जून से पहले याचिका दायर की थी। पिछली सुनवाई के दौरान, हाईकोर्ट के जज ने कोर्ट रूम बिजली बंद कराकर परीक्षा पेपर पढ़ा था। जज ने ऐसा इसलिए किया, ताकि उस वास्तविक स्थिति का अंदाजा लगा सकें, जिसमें छात्रों को परीक्षा देनी पड़ी।

सोमवार को दिए आदेश में कोर्ट ने कहा कि परीक्षा में शामिल हुए छात्रों की कोई गलती न होने के बावजूद, उन्हें बिजली कटौती के कारण असुविधाजनक स्थिति में डाल दिया था। 9 जून को NTA की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, पैनल वकील रूपेश कुमार और डिप्टी सॉलिसिटर जनरल रोमेश दवे वर्चुअली कोर्ट में पेश हुए थे। उन्होंने कहा कि जिन केंद्रों पर बिजली गई थी, वहां पावर बैकअप की व्यवस्था थी।

छात्रों की ओर से वकील मृदुल भटनागर ने इसका खंडन किया। उन्होंने कोर्ट को बताया कि खुद NTA के एक सेंटर ऑब्जर्वर ने रिपोर्ट में लिखा है कि कई परीक्षा केंद्रों पर जनरेटर नहीं थे और वहां पर्याप्त रोशनी भी नहीं थी। उन्होंने उज्जैन के उन 6 केंद्रों की रिपोर्ट भी कोर्ट में पेश करने की मांग की, जहां बिजली कटौती से परीक्षा बाधित हुई थी।