Rebellion in Karnataka BJP : कर्नाटक के Ex CM ने टिकट कटने पर BJP से बगावत की!

जगदीश शेट्टार इस फैसले से नाराज, पार्टी अध्यक्ष ने दिल्ली बुलाया!

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Rebellion in Karnataka BJP : कर्नाटक के Ex CM ने टिकट कटने पर BJP से बगावत की!

Hubli (Karnataka) : बीजेपी को कर्नाटक विधानसभा चुनाव की पहली लिस्ट जारी करते ही बगावत का सामना करना पड़ा। उम्मीदवारों की लिस्ट में छह बार के विधायक और पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार को जगह नहीं मिली। जगदीश शेट्टार पार्टी के फैसले से असहमति जाहिर की। उन्होंने बताया था कि पार्टी हाईकमान ने उन्हें टिकट न देने और दूसरों के लिए रास्ता बनाने को कहा है। चुनाव से पहले सत्तारूढ़ दल में बगावत शुरू होते देख हाईकमान सतर्क हो गया।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शेट्टार को दिल्ली बुलाया है। लेकिन, जगदीश शेट्टार ने इसका विरोध किया और कहा कि उन्हें पार्टी का यह फैसला स्वीकार नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने को कहा है। इस पर उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं को अपनी नाराजगी से अवगत करा दिया है। हुबली-धारवाड़ से मौजूदा विधायक शेट्टार (67) ने बताया कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व से कहा कि वे फिर से चुनाव लड़ेंगे, और उनसे उन्हें एक और अवसर देने का अनुरोध किया है। यह भी कहा कि उन्हें पार्टी का निर्णय स्वीकार्य नहीं। उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं से इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।

मैं तो विधानसभा चुनाव लडूंगा

जगदीश शेट्टार ने कहा कि मैंने पार्टी से कहा है कि मैं चुनाव लडूंगा। आपने जो कुछ भी कहा है वह मेरे लिए स्वीकार्य नहीं है। इसलिए, कृपया अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें और मुझे एक बार फिर से चुनाव लड़ने का अवसर दें। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह छह बार विधानसभा के लिये चुने गए हैं और हर बार उनकी जीत 25 हजार या इससे ज्यादा वोटो से हुई।

‘मैंने उत्तरी कर्नाटक में 30 साल मेहनत की’

बीजेपी नेता ने कहा कि मुझे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से संदेश मिला कि मैं वरिष्ठ हूं और एक पूर्व मुख्यमंत्री हूं। इसलिए, दूसरों को अवसर दीजिए। बीजेपी की कर्नाटक इकाई के पूर्व अध्यक्ष व विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके शेट्टार ने कहा कि उन्होंने उत्तरी कर्नाटक में पार्टी को मजबूत करने के लिए 30 साल मेहनत की। अगर उन्होंने मुझे दो-तीन महीने पहले बताया होता, तो यह सम्मानजनक होता। लेकिन, अब नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू होने में सिर्फ दो दिन शेष रह गए हैं, इसलिए मैं निश्चित रूप से आहत हूं।