Recognition Will Be Canceled : नाबालिग गर्भवती, ‘अनुभूति संस्था’ की मान्यता निरस्त होगी!
इंदौर। विजय नगर क्षेत्र के स्कीम नंबर 74 में ‘अनुभूति विजन सेवा संस्थान’ में चार साल से रह रही एक मानसिक दिव्यांग नाबालिग के परिजनों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस और दिव्यांग बच्ची को 6 माह का गर्भ था। इस मामले में इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी ने अनुभूति विजन सेवा संस्थान की मान्यता को रद्द करने के लिए सामाजिक एवं न्याय विभाग को पत्र लिखा है।
इस मामले में परिवार ने इंदौर हाईकोर्ट की खंडपीठ में याचिका दायर की थी। इसके बाद हाईकोर्ट ने मासूम का गर्भपात करने की अनुमति दी। 17 फरवरी को आदेश आने के बाद डॉक्टरों की टीम की देखरेख में मासूम का गर्भपात किया गया। इस नाबालिग के डीएनए सैंपल लेने के बाद अब अनुभूति विजन सेवा संस्था के चार लोगों के डीएनए सैंपल लिए गए। डीएनए सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस अब आगे की जांच करेगी। जिला प्रशासन ने भी अनुभूति विजन सेवा संस्थान की जांच के आदेश दिए थे।
यह था मामला
यह मामला दो सप्ताह पहले सामने आया था जब 16 साल की मानसिक रूप से अस्वस्थ किशोरी के परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां चेकअप में वह गर्भवती पाई गई। इसके बाद परिजन उसे लेकर विजय नगर थाने पहुंचे। यह किशोरी अनुभूति विजन सेवा संस्थान में चार साल से रह रही है। पीड़िता को मिर्गी के दौरे भी आते हैं।
यह समस्या होने पर अगस्त 2022 में परिजन उसे पीथमपुर स्थित अपने घर ले आए। उसके ठीक होने के बाद नवंबर में उसे फिर से अनुभूति विजन संस्था में छोड़ दिया गया। परिजनों के मुताबिक जब वह उसे पीथमपुर ले गए थे, तब वह पूरी तरह से ठीक थी। परिजनों के मुताबिक, संस्था ने 7 और 8 फरवरी 2023 को फोन लगाकर उसके पीरियड्स नहीं आने की जानकारी दी। 9 फरवरी 2023 को परिजनों ने मेडिकल चेकअप करवाया तो पता चला कि वह गर्भवती है। 12 फरवरी को विजय नगर थाने में रेप और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज हुआ था।