Regional Industry Convlave: नर्मदापुरम में 7 दिसंबर को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव, देश के बड़े उद्योगपति होंगे शरीक, डिस्प्ले, सेलिंग हेतु पंजीयन प्रारंभ
कलेक्टर ने संभाग के स्थानीय उद्योगपतियों का भी शामिल होने का किया आह्वान
संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की विशेष रिपोर्ट
नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश शासन के औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग (DIPIP) तथा मप्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (MPIDC) द्वारा नर्मदापुरम में 07 दिसम्बर 2024 को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इस कॉन्क्लेव में एक डिस्प्ले एवं सेलिंग प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें उद्योगपति और उत्पादक अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने का अवसर प्राप्त करेंगे। प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए इच्छुक कंपनियां एवं उत्पादको को 3 X 3 मीटर के स्टॉल उपलब्ध कराया जाएगा। पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाइन है और इसके लिए एक विशेष लिंक उपलब्ध कराया गया है। इच्छुक उत्पादक https://invest.mp.gov.in/public-service/exhibitorev/ narmadapuram-exhibitor-form लिंक पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन स्वीकार किये जाने पर, संबंधित आवेदनकर्ताओं को 02 दिसम्बर 2024 तक सूचित कर दिया जाएगा।
सरकार की ओर से बताया गया है कि यह आयोजन उद्योगों, उत्पादकों और व्यापारियों को अपने उत्पादों को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगा और नर्मदापुरम क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा। कॉन्क्लेव का आयोजन संभागीय आईटीआई, नर्मदापुरम में किया जाएगा। अन्य जानकारी के लिए मप्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (MPIDC) औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग (DIPIP), मध्यप्रदेश शासन पर संपर्क किया जा सकता है।
ज्ञात रहे कि विगत दिनों कलेक्ट्रेट सभागार नर्मदापुरम में इस 6 वे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के संबंध में जानकारी देने एवं कॉन्क्लेव में स्थानीय उद्योगपतियों एवं अन्य उद्यमियों की सभागिता की भूमिका के संबंध में कलेक्टर सोनिया मीना की अध्यक्षता में एक बैठक भी हुई थी। कलेक्टर सोनिया मीना ने उपस्थित उद्योगपतियों, नवीन उद्यमियों तथा उद्योग संघ प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा था कि जिले में उद्योग इकाइयों की स्थापना के लिए सर्वाधिक संभावनाएं है। उन्होंने कहा था कि उद्योगों से समाज एवं क्षेत्र की आर्थिक स्थिति तो बेहतर होती ही है साथ ही हमारे क्षेत्र की पहचान राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर भी बनती है। कलेक्टर ने कहा कि जैसा कि हम सब जानते हैं कि जिले में कृषि प्रसंस्करण उद्योगों की बहुल्यता है। इसीलिए यह कॉन्क्लेव इस क्षेत्र के साथ ही अन्य नवीन उद्योगों की स्थापना, देश विदेश के उद्योगपतियों के लिए जिले में निवेश, युवा उद्यमियों को अवसर प्रदान करने के लिए मंच उपलब्ध कराएगा।
कॉन्क्लेव में मुख्य रूप से फूड प्रोसेसिंग यूनिट, पर्यटन, जलीय गतिविधियों, लॉजिस्टिक, खनिज, वनोपज, एक जिला एक उत्पाद पर विशेष फोकस रहेगा। कलेक्टर सुश्री मीना ने बताया कि जिले में इन सभी क्षेत्रों में औद्योगिक विस्तार की सबसे अधिक संभावनाएं हैं। जिले में लॉजिस्टिक के लिए भी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध है। कॉन्क्लेव के दौरान विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण भी किया जाएगा। कलेक्टर ने जिले के समस्त उद्योगपतियों से अपील की है कि कॉन्क्लेव में सभी अपनी सहभागिता दें तथा जिले में होने वाले इतने बड़े आयोजन को सफल बनाएं। बैठक में एमपीआईडीसी के रीजनल डायरेक्टर द्वारा कॉन्क्लेव में होने वाली गतिविधियों के संबंध में उद्योगपतियों एवं उद्योग संघ के प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया था। उन्होंने बताया कि 7 एंट्री पास के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने सभी उद्योगपतियों, उनके प्रतिनिधि, युवा उद्यमियों से अपील की है कि पोर्टल प्रारंभ हो गया है जिसमें सभी उद्योगपति, उद्योग संघ आदि अपना रजिस्ट्रेशन करे। रजिस्ट्रेशन के आधार पर ही पास जारी किए जाएंगे।
बैठक में उद्योग संघ इटारसी के अध्यक्ष मोहन खण्डेलवाल, उद्योग संघ सिवनीमालवा के अध्यक्ष महेश गोयल, अवध नारायण चौहान नर्मदापुरम, बनखेडी से अमित महेश्वरी, पिपरिया से विवेक महेश्वरी, नर्मदापुरम से गौरव सेठ, कीरतपुर से रमन बंसल, इटारसी से नकुल अग्रवाल, एमपीआईडीसी नर्मदापुरम के रीजनल डायरेक्टर एन. के. वर्मा, प्रबंधक एमपीआईडीसी राकेश तिवारी, कार्यपालन यंत्री एमपीआईडीसी एस. के. जैन, महाप्रबंधक उद्योग विभाग कैलाश माल, सहायक संचालक उद्योग विभाग गुंजन जैन सहित जिले के उद्योग संघ के प्रतिनिधि एवं विभिन्न उद्योगपति आदि उपस्थित रहे थे।