धर्म, प्रकृति और चुनाव…
मध्यप्रदेश में इन दिनों चुनावी सरगर्मियां तेज हो रही हैं। नेता पाला बदलकर विचारों की नई धारा में गोते लगा रहे हैं। धर्म की धारा का प्रवाह तेज है। पंडित प्रदीप मिश्रा और बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथाओं से मतदाता सराबोर हो रहे हैं। वहीं प्रकृति ने प्रदेश में सूखे का भय दिखाकर जान सांसत में डाल दी है। तो एक चिट्ठी के वायरल होने से चुनावी माहौल गरमा गया है। इस दौरान चलने वाली हवा की चाल अब चुनावी हो चली है।
सबसे पहले उस वायरल चिट्ठी की चर्चा करें, जिसे उमा भारती द्वारा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा को लिखा हुआ बताया जा रहा है। वायरल पत्र की फिलहाल कोई पुष्टि नहीं कर रहा है। पर इस चिट्ठी में जिन चेहरों के लिए टिकट की मांग की गई है, वह सबकी नजरों में हैं। चिट्ठी में 19 सीटों पर टिकट की मांग की गई है। इसमें सीहोर विधानसभा से गौरव सन्नी महाजन, सागर से दीवान अर्जुन सिंह, छतरपुर जिले की बिजावर या राजनगर से बाला पटेल, निवाड़ी से अखिलेश अयाची, पोहरी से नरेन्द्र बिरथरे, भोपाल दक्षिण-पश्चिम से शैलेन्द्र शर्मा, सिलवानी से ठा. भगवान सिंह लोधी, खरगोन कसरावद से वीरेन्द्र पाटीदार, बहोरीबंद से राकेश पटेल, जबलपुर उत्तर-मध्य से शरद अग्रवाल, भिण्ड मेहगांव से देवेन्द्र सिंह नरवरिया, सतना से ममता पाण्डे, इछावर से डॉ. अजय सिंह पटेल, सांची से मुदित शेजवार, गंजबसौदा से हरि सिंह कक्काजी, लहार से रसाल सिंह, उज्जैन बडऩगर से संजय पटेल (चीकली वाले), बैतूल शहर से योगी खण्डेवाल, डिण्डोरी से दुलीचंद उरैती का नाम शामिल है। अब इन चेहरों पर पड़ने वाले शाही असर का इंतजार है। वायरल चिट्ठी की चकाचौंध चेहरों को चमकाती है या क्या गुल खिलाती है, यह आने वाला समय बताएगा। पर दिलचस्प बात यह भी है कि चिट्ठी में दूसरी सूची जल्द भेजने का भी जिक्र है…।
बात धर्म की करें तो मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का गढ़ छिंदवाड़ा एक बार फिर धर्ममय होने जा रहा है। बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के बाद अब पंडित प्रदीप मिश्रा 5 सितंबर से 9 सिंतबर तक की कथा का लाभ छिंदवाड़ा के मतदाताओं को मिलने जा रहा है। वहीं अब भोपाल में मंत्री विश्वास सारंग के विधानसभा क्षेत्र में पंडित प्रदीप मिश्रा के बाद अब पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा का लाभ धर्मप्रेमी मतदाताओं को मिलने वाला है। मतदाता कहां किस करवट बैठेंगे, यह वक्त की मुट्ठी में कैद है।
बात प्रकृति की करें तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 4 सितंबर 2023 को प्रातः 9 बजे महाकाल मंदिर उज्जैन में प्रदेश में वर्षा के लिए बाबा महाकाल की विशेष पूजा अर्चना करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज ने मध्यप्रदेश में अल्प वर्षा को लेकर बड़ी बैठक ली है। जिक्र किया है कि वह 3-4 दिनों से पूरे प्रदेश में किसानों से मिले। इस बार अगस्त का पूरा महीना सूखा चला गया। कम बारिश में प्रदेश के कुछ जिले -40 तक चले गए। अल्पवर्षा के कारण किसानों की फसलों में संकट आ गया है।कुछ स्थानों में सोयाबीन, धान की फसल संकट की जद में आ गई है। हमें फसलों को बचाने की स्थिति, इस संकट से निपटने के लिए तैयार रहना है। भरोसा दिलाया है कि “मैं ऐसा मुख्यमंत्री नहीं हूं कि हाथ में हाथ धर के बैठ जाऊं। मेरी जितनी हैसियत है,सरकार की जितनी ताकत है उसमें जमीन आसमान एक कर दूंगा।”
तो बात साफ है कि धर्म, प्रकृति और चुनाव के अलग-अलग रंग मध्यप्रदेश में बिखर रहे हैं। आने वाले दिनों में यह और चटक होने वाले हैं। स्थितियों का आकलन नेता भी कर रहे हैं तो दूसरे छोर पर मतदाताओं की नजरें आकलन करने में जुटीं हैं…।