New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भाजपा संसदीय दल की बैठक में सांसदों को जमकर फटकार लगाई और नसीहत दी। उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा कि सांसद अनुशासन में रहें और समय से संसद में आएं। अपनी बारी आने पर ही बोलें और संसदीय मर्यादा का पालन करें। यह भी कहा कि सदन में बच्चों की तरह बर्ताव न करें। ये अच्छी बात नहीं है कि मैं आपको बच्चों की तरह समझाऊं। ये मेरे और आपके दोनों के लिए अच्छा नहीं होगा! नरेंद्र मोदी ने कहा कि संसद की बैठकों और कार्यवाहियों में नियमित तौर पर हिस्सा लें और जनहित में काम करें। यह मेरे लिए अच्छा नहीं है कि मैं आपकी अनुशासनहीनता को लेकर परेशान हूं और बच्चों की तरह समझाऊं। बच्चों को भी एक बात बार-बार समझाना पसंद नहीं आता।
भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री ने सांसदों को सूर्य नमस्कार करने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि आप सभी सूर्य नमस्कार करें और साथ ही संसद में अटेंडेंस की प्रतियोगिता में भाग लें। इससे आप सभी स्वस्थ रहेंगे। इससे पहले बैठक शुरू होने पर प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान भी किया गया। यह सम्मान उन्हें 15 नवंबर (बिरसा मुंडा का जन्मदिन) को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाने का ऐलान करने के लिए मिला।
दूसरे कार्यकाल के सबसे बड़े मंत्रिमंडल विस्तार के अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों से बात की थी। इस दौरान मोदी ने उन्हें कुछ सबक भी देते हुए बताया था कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है। मंत्रियों को मीडिया में बेवजह बयानबाजी न करने की सलाह भी दी गई थी। उन्होंने मंत्रियों से कहा कि आपका काम चमकना चाहिए, न की आपका चेहरा। अपनी सारी ऊर्जा विभागीय काम में लगाएं। उन्होंने मंत्रियों से पूरी तैयारी के साथ संसद आने को कहा था। सभी मंत्रियों को सुबह 9:30 बजे दफ्तर आने की सलाह भी दी थी। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और संसदीय कामकाज के मंत्री प्रहलाद जोशी मौजूद थे।