Rescue Operation : घर से बिछड़ें को मिलवाया परिजनों से, सामाजिक संस्था अपना घर आश्रम ने!
Ratlam : शहर की सामाजिक संस्था ‘अपना घर आश्रम’ के सदस्यों ने 3 वर्ष पूर्व बिछड़े दलवीर प्रभु जी को अपने भाई से मिलवाया। जहां मौजूद सबकी आंखें नम हो गई थी। हां हम बात कर रहें हैं रतलाम शहर की एक सामाजिक संस्था अपना घर आश्रम के सदस्यों की जिनकी नेकदिल से एक खोया हुआ व्यक्ति अपने घर पंहुचा।
मानसिक रूप से विक्षिप्त दलवीर प्रभुजी के बारे में लगभग 4 माह पहले शहर के समाजसेवी आकाश शर्मा ने सूचना दी थी कि एक व्यक्ति बेसुध अवस्था में हैं और उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ी हुई हैं।
सूचना मिलने पर अपना घर आश्रम की रेस्क्यू टीम ने आकाश के बताए स्थान से प्रभुजी को रेस्क्यू कर अपना घर आश्रम में लाया गया था। प्रभु जी मानसिक स्थिति बहुत ही दयनीय थी आश्रम में डॉक्टर कपिल देव आर्य एवं डॉक्टर गौरव चित्तौड़ा एवं उनकी मेडिकल टीम के उपचार और आश्रम के सेवा साथियों के प्रयासों के बाद दलवीर प्रभु जी की मानसिक स्थिति में सुधार होने लगा। और धीरे-धीरे उन्हें होश आने लगा और उनकी खोई हुई याददाश्त में सुधार हुआ।
5 दिन पूर्व प्रभु जी ने अपना नाम एवं पता बताया उसके बाद आश्रम के कार्यालय प्रभारी प्रदीप कुमार द्वारा उनके घर का पता लगाया और उनके घर वालों की खोज करके उन्हें सूचित किया गया।
सूचना पर शनिवार को सुबह उनके भाई हरियाणा से उन्हें लेने के लिए आश्रम पहुंचे।
प्रभु जी के परिवार में उनके भाई रामकरण उन्हें लेने अपना घर आश्रम आए। दलवीर प्रभु जी को 3 साल बाद मिलकर उनकी आंखों में आंसू छलक उठे एवं आपस में एक दूसरे को देख कर खुशी से दोनों की आंखें भर आई।
रामकरण ने आश्रम का धन्यवाद किया और दलवीर प्रभु जी आश्रम से विदा करते हुए अपने निवास स्थान हेतु प्रस्थान किया। अपना घर आश्रम रतलाम परिवार द्वारा दलवीर प्रभु जी को उनके भाई के साथ खुशी-खुशी विदाई दी गई उनके भाई उन्हें लेकर ग्राम जागसी, सोनीपत, हरियाणा के लिए रवाना हुएं।