भोपाल: मध्यप्रदेश के रिटायर्ड वरिष्ठ IAS अधिकारी मनोज श्रीवास्तव को केन्द्रीय हिंदी संस्थान ने स्वामी विवेकानंद पुरस्कार देने का निर्णय लिया है। इस पुरस्कार के तहत उन्हें पांच लााख् रुपए, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। पद पर रहते हुए पुरस्कार और सम्मानों के लिए मना करते रहे श्रीवास्तव ने अब रिटायरमेंट के बाद सम्मान लेना शुरु कर दिया है।
पद पर रहते हुए श्रीवास्तव ने केवल दो बार ही विशेष कारणों से सम्मान लिए जबकि अधिकांश संगठनों, संस्थाओं के सम्मान दिए जाने के आग्रह को सम्मानपूर्वक इंकार कर दिया। अब केन्द्रीय हिंदी संस्थान ने वर्ष 2018 के लिए बारह श्रेणियों के पुरस्कारों के लिए देश-विदेश के 26 महत्वपूर्ण रचनाकारों को पुरस्कृत करने की घोषणा की है। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धमेन्द्र प्रधान के अनुमोदन के बाद ये पुरस्कार घोषित किए गए। केन्द्रीय हिंदी शिक्षण मंडल की निदेशक बीना शर्मा ने पुरस्कार देने की घोषणा की है। जल्द ही एक गरिमामय कार्यक््रम में ये पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। मध्यप्रदेश से रिटायर्ड आईएएस मनोज श्रीवास्तव का चयन स्वामी विवेकानंद पुरसकार के लिए किया गया है जबकि मध्यप्रदेश के ही नर्मदा प्रसाद उपाध्याय को महापंडित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार दिया जाएगा।
MP के रिटायर्ड IAS मनोज श्रीवास्तव
रिटायर्ड IAS मनोज श्रीवास्तव ने हिंदी भाषा में विविध विषयों पर कुल 36 पुस्तकें लिखी है। रचनात्मक हिंदी लेखन के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया जा रहा है। उनकी प्रमुख रचनाओं में पंचशील, शिक्षा में संदर्भ और मूल्य, सुंदकांड के 18खंड, शक्ति प्रसंग, गणेश अलग-अलग गणनाएं, कविता संग्रह मेरी डायरी से, यादों के संदर्भ, पशुपति, स्वरांकित,करान कविताएं, मां, हिरण्यगर्भा, क्षितिज को आंगन बुंलाते हुए, कुंभ शामिल है। सुंदरकांड पर लिखी पुस्तक पर अयोध्या में रामकिंकर पुरस्कार और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद और नेहरु केन्द्र लंदन द्वारा इंटरनेशनल वातायन पुरस्कार उन्हें दिये जा चुके है।
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