Review of Cleaning Arrangements : नई निगम आयुक्त सुबह होने से पहले सफाई इंतजामों का जायजा लेने निकली!
Indore : नवागत निगम आयुक्त हर्षिका सिंह ने आज सुबह 5.45 बजे से ही शहर की सफाई व्यवस्था को देखा और ट्रेंचिंग ग्राउंड का निरीक्षण किया। उन्होंने शहर की सफाई व्यवस्था को समझा और सीएसआई, दरोगा एवं सफाई मित्रों से बात की गई तथा जानकारी ली गई। निरीक्षण के दौरान मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अखिलेश उपाध्याय, क्षेत्रीय सीएसआई एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
निगम आयुक्त प्रातः 5:45 बजे शहर की सफाई व्यवस्था एवं शहर का निरीक्षण मधुमिलन चौराहे से प्रारंभ किया। इस चौराहे पर स्थित निगम के हाजिरी सेंटर पर सफाई मित्रों की उपस्थिति किस प्रकार दर्ज होती है और सफाई मित्रों द्वारा बीट अनुसार अपने कार्य क्षेत्र में सफाई कार्य कैसे किया जाता है, इस संबंध में संबंधित सीएसआई, दरोगा एवं सफाई मित्रों से जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने आरएनटी मार्ग रोड होते हुए रीगल चौराहा, पालिका प्लाजा, कोठारी मार्केट, महारानी रोड होते हुए कृष्णपुरा छतरी तक की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया गया। कृष्णपुरा छत्री के पास स्थित नदी का अवलोकन करते हुए नगर निगम इंदौर द्वारा नाला टेपिग कार्य एवं नदी नाला सफाई अभियान के अंतर्गत किए गए कार्यों को देखा और इस बारे में संबंधित अधिकारी से जानकारी ली।
राजवाड़ा, गोपाल मंदिर कार्य का अवलोकन
उन्होंने ‘इंदौर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट’ के तहत राजवाड़ा एवं गोपाल मंदिर में किए जीर्णोद्धार कार्य का भी अवलोकन किया। इसके बाद निगम आयुक्त ने मारोठिया बाजार, शीतला माता बाजार, सराफा चौपाटी एवं आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए शहर के प्रमुख बाजार क्षेत्रों में किस प्रकार से सफाई कार्य किया जाता है इस संबंध में मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी से जानकारी ली। मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने कि शहर के प्रमुख क्षेत्रों एवं बाजारों में प्रातः काल एवं रात्रि कालीन में अलग-अलग पारियों में सफाई कार्य किया जाता है। सराफा में लगने वाली चौपाटी के संबंध में जानकारी दी गई कि कितनी दुकानें लगती है, कितने बजे तक रहती है और रात्रि में सफाई कब से की जाती है।
56 दुकान इलाके का निरीक्षण
हर्षिका सिंह ने एमजी रोड, कोठारी मार्केट, रीगल चौराहा, हुकुमचंद घंटाघर होते हुए 56 दुकान क्षेत्र का भी निरीक्षण किया। 56 दुकान क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान यहां की सफाई व्यवस्था यहां पर उपयोग की जाने वाली प्लेटों आदि के संबंध में पूछने पर व्यवसाई द्वारा बताया गया कि यहां पर डिस्पोजल का उपयोग नहीं किया जाता। दुकानों से कचरा कलेक्शन किस प्रकार से किया जाता है, इस बारे में भी जानकारी ली गई। यहां कचरा सेग्रीगेशन होता है और सफाई कार्य किस प्रकार से किया जाता है। इसके बाद वे राजशाही जीटीएस का निरीक्षण किया। यहां पर किस प्रकार से डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण होता है और किन क्षेत्रों से कितने वाहनों से कचरा संग्रहण किया जाता है! किस प्रकार से कचरे को शहर के ट्रेंचिंग ग्राउंड स्थित प्लांट पर भेजा जाता है, इस संबंध में भी विस्तार से जानकारी ली गई।
ट्रेंचिंग ग्राउंड स्थित प्लांट का अवलोकन
आयुक्त ने पलासिया चौराहा, साकेत नगर चौराहा, तिलक नगर, बंगाली चौराहा होते हुए ट्रेंचिंग ग्राउंड स्थित प्लांट का अवलोकन किया। यहां पर शहर के विभिन्न जीटीएस से लाए गए गीले एवं सूखे सेग्रीगेट कचरे का किस प्रकार से निपटान किया जाता है यह भी समझा। फिर वे रेसीडेंसी क्षेत्र के पास स्थित अहिल्या पुरी कॉलोनी में डोर टू डोर कचरा वाहन पर रहवासियों द्वारा कचरा किस प्रकार से दिया जाता है, इसका अवलोकन किया। उन्होंने देखा कि किस प्रकार से नागरिक निगम के डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन में अपने साथ घर से लाए हुए अलग-अलग डस्टबिन में रखें सेग्रीगेशन कचरे को निगम के वाहन में डाल रहे हैं।
उन्होंने नागरिकों से बात की पूछा की गाड़ी समय पर आ जाती है। नागरिकों द्वारा बताए गए की प्रतिदिन गाड़ी समय पर आ जाती है। वेस्ट कपड़े का क्या करते हैं, तो नागरिकों ने बताया कि उसे दान किया जाता है। आयुक्त द्वारा सफाई व्यवस्था में इंप्रूवमेंट करने के लिए मुख्य स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ अखिलेश उपाध्याय निर्देश भी दिए गए!