लोकसभा चुनाव के एक महीने बाद कांग्रेस की हार की समीक्षा,फैक्ट फाइंडिंग कमेटी 29 और 30 जून को पता करेगी किन कारणों से हारे पार्टी प्रत्याशी!

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लोकसभा चुनाव के एक महीने बाद कांग्रेस की हार की समीक्षा,फैक्ट फाइंडिंग कमेटी 29 और 30 जून को पता करेगी किन कारणों से हारे पार्टी प्रत्याशी!

 

भोपाल:मध्य प्रदेश के इतिहास में कांग्रेस की लोकसभा चुनाव में हुई सबसे बुरी हार के फैक्ट तलाशने के लिए एआईसीसी की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी भोपाल आ रही है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, सांसद सप्तागिरी उलका और विधायक जिग्नेश मेवाणी दो दिन तक भोपाल में रहकर हार के कारणों के फैक्ट तलाशेंगे। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी 29 और 30 जून को यहां पर रहेगी। इस दौरान सभी उम्मीदवारों को भोपाल बुलाया गया है।

खासबात यह है कि हार के कारणों को तलाशने आ रही कमेटी से प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र भंवर सिंह को दूर रखा गया है।

कांग्रेस के ये तीनों नेता 28 जून को ही भोपाल आ जाएंगे। 29 जून को सभी उम्मीदवारों को भोपाल बुलाया गया है। सभी को अनिवार्य रूप से भोपाल में इन तीनों नेताओं के सामने अपनी बात रखने को कहा गया है। कांग्रेस के इस बार 29 लोकसभा सीटों में से 27 पर ही उम्मीदवार उतरे थे। इन सभी से तीनों नेता वन -टू-वन चर्चा करेंगे और उनसे उनकी हार का कारण पूछेंगे।

बड़े नेताओं के क्षेत्र में हारे या जीते दिल्ली पहुंचेगी जानकारी

तीनों ही नेता दिल्ली से दिए गए एक फार्मेट लेकर आएंगे। जिसमें हार के फैक्ट भरे जाएंगे। जिसमें उनके क्षेत्र के बड़े नेताओं के नाम के साथ बड़े नेता के विधानसभा क्षेत्र में मिले कांग्रेस को वोट का एक कॉलम अलग रखा है। बड़े नेताओं में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, उमंग सिंघार, अरुण यादव, अजय सिंह सहित कमलनाथ की सरकार में मंत्री रहे नेताओं और कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र की जानकारी ली जाएगी। उनके क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार जीते या हारे यह जानकारी इस फार्मेट में भरी जाएगी। जीतू पटवारी के क्षेत्र में यह देखा जा सकता है कि राऊ में वे नोटा को कितने वोट दिला सके।

 *तीस जून को दिग्गज नेताओं के साथ बैठक* 

उम्मीदवारों से वन-टू-वन चर्चा करने के बाद 30जून को ये कमेटी, प्रदेश कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कतेटी की बैठक लेगी। इस कमेटी में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह सहित सभी बड़े नेता हैं। इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।