Rice Fraud : दुबई में बैठे 2 भाइयों ने फर्जीवाड़ा करके 30 कंटेनर चावल उड़ाया!  

लुक आउट नोटिस पर एक आरोपी को सालभर बाद अमृतसर एयरपोर्ट से पकड़ा!

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Rice Fraud : दुबई में बैठे 2 भाइयों ने फर्जीवाड़ा करके 30 कंटेनर चावल उड़ाया!

 

Indore : क्राइम ब्रांच की टीम ने ऐसे युवक को पकड़ा, जो अपने सगे भाई के साथ मिलकर दुबई में धोखाधड़ी की वारदात में लिप्त था। विदेश में रहने की वजह से एक साल से उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे थे। इसी बीच, सूचना पर अमृतसर एयरपोर्ट से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका भाई अभी फरार है और दुबई में है।

आरोपियों ने चावल खरीदकर व्यापारी को भुगतान की फर्जी रसीदें थमा दी थी। क्राइम ब्रांच के एडिशनल पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि इंदौर निवासी व्यापारी प्रवीण जिंदल की कंपनी विवेक ट्रेडिंग तथा अपवेंचर को ब्रोकर के जरिए दुबई की कंपनी स्टार कमोडिटीज ने 30 कंटेनर बासमती चावल की टुकड़ी का सौदा करते हुए कहा कि माल डकार पोर्ट सेनेगल देश जो कि अफ्रीका में स्थित है वहां तथा कुछ माल आबिदजान पोर्ट पर आर्वरी कोस्ट देश में भेजना है। तय सौदे के मुताबिक माल भेजने से पूर्व 10% राशि का भुगतान हो जाना था, लेकिन दुबई की कंपनी स्टार कमोडिटीज के मालिक नितिन पिता सुरजीत राणा तथा उसके भाई नीरज ने भुगतान नहीं किया।

भुगतान का दिलाया भरोसा

व्यापारी द्वारा दबाव बनाने पर 1-2 दिन में भुगतान का आश्वासन दिया। व्यापारी ने मुंद्रा पोर्ट गुजरात से तय सौदे अनुसार माल रवाना कर दिया, जिसका भुगतान आरोपियों ने नहीं किया। बार-बार भुगतान का कहने पर आरोपियों ने कई बार फर्जी रसीद भेजकर फरियादी को विश्वास दिलाया कि पैसे ट्रांसफर कर दिए गए हैं। एक्सचेंज के माध्यम से करेंसी परिवर्तित होकर कुछ दिनों में बैंक में आ जाएगी।

बैंक ने बताया फर्जीवाड़े का सच

सौदे संबंधी तथ्यों की जांच कर भुगतान के संबंध में दी गई रसीद का दुबई स्थित भारत की एंबेसी के माध्यम से संबंधित बैंकों से सत्यापन कराया गया। उन रसीदों को बैंकों ने फर्जी होना बताया। इस आधार पर आरोपियों पर केस दर्ज किया गया था। दोनों आरोपी दुबई में रहते थे, इसलिए इनके विरुद्ध लुकआउट सर्कुलर नोटिस जारी किया था। कुछ दिन बाद हिमाचल प्रदेश जाकर पुलिस ने तस्दीक की थी, लेकिन आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिल रहा था। तमाम प्रयास के बाद पुलिस ने आरोपी नीरज राणा को पकड़ा, वह कुछ दिन पहले ही किसी काम से भारत आया था। लुकआउट नोटिस जारी होने पर एयरपोर्ट प्रबंधन ने उसे अमृतसर में रोक लिया था।

दस साल से रह रहे थे

आरोपी ने बताया कि वह अपने भाई के साथ 10 साल से दुबई में रह रहा है। यहां अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कमोडिटी उत्पादों की ट्रेडिंग का व्यापार करता है। वह मूलत: हिमाचल प्रदेश का रहने वाला है। आरोपी का भाई दुबई में है। इसलिए उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी।