Risk Allowance : बिजली के पोल पर चढ़कर काम करने वालों को जोखिम भत्ता!
Indore : मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के चेयरमैन एवं प्रदेश के ऊर्जा सचिव रघुराज एमआर की अध्यक्षता में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग हुई। इसमें कंपनी क्षेत्र के आउट सोर्स पर कार्यरत होकर पोल पर चढ़कर कार्य करने वाले आईटीआई उत्तीर्ण 1575 कार्मिकों को एक हजार रूपए जोखिम भत्ता मंजूर किया गया।
मीटिंग में बताया गया कि मीटराइजेशन गुणवत्तापूर्ण करने से उपभोक्ता संतुष्टि में बढ़ोतरी हो रही है। वर्चुअली मौजूद रघुराज एमआर ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं को ऑनलाइन सेवाएं ज्यादा से ज्यादा दी जाए। नए कनेक्शन के इच्छुक लोगों को कनेक्शन भी ऑनलाइन दिए जाए, उनके आधार बेस्ट डिजिटल सिग्नेचर लेकर भी नियमानुसार कनेक्शन दिया जा सकता है। इससे समय बचेगा, तकनीक के उपयोग से उपभोक्ता संतुष्टि में वृद्धि होगी।
मीटिंग में प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने उपभोक्ता सेवाओं, लॉस में कमी लाने के लिए किए जा रहे प्रयास, आरडीएसएस, राजस्व संग्रह में वृद्धि की योजना आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मीटिंग में बोर्ड के डाय़रेक्टर मप्र ऊर्जा विभाग के उपसचिव वीके गौड़, उज्जैन के संभाग आयुक्त संदीप यादव, आईआईटी इंदौर की डॉ अरूणा यादव, आईआईएम इंदौर के डॉ प्रशांत सलवान, एसजीएसआईटीएस इंदौर के डॉ राकेश सक्सेना, नवागत डायरेक्टर पुनीत दुबे, कंपनी सचिव आराधना कुलकर्णी ने भी संबोधित किया।
प्रमुख रूप से मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य, कार्यपालक निदेशक गजरा मेहता, मुख्य अभियंता एसएल करवाड़िया, एसआर बमनके, मुख्य वित्त अधिकारी नरेंद्र बिवलकर, मुख्य आंतरिक अंकेक्षण अधिकारी संजय वत्स आदि मौजूद थे।