Roads Cleared in Morning : दिवाली के दूसरे दिन सड़कें सुबह से साफ़ दिखाई दीं, गलियां गंदी दिखी!
Indore : दिवाली पर भी नगर निगम ने सफाई पर वैसी ही तत्परता दिखाई, जैसी रंगपंचमी की गेर निकलने के बाद राजबाड़ा पर दिखाई थी। दिवाली पर शहर की प्रमुख सड़कों का कचरा चार घंटे में समेत लिया गया। लेकिन, नगर निगम की ये मुस्तैदी गलियों और कॉलोनियों की सड़कों पर दिखाई नहीं दी। प्रमुख सड़कों के अलावा अन्य क्षेत्रों में दूसरे दिन तक कचरा उठता रहा।
तीन साल बाद इस बार दिवाली का उत्साह कुछ ज्यादा दिखा और पटाखे भी जमकर जमकर चलाए गए और कचरा भी हुआ। सड़कें और गलियों में पटाखों का कचरा दिखाई दिया। दूसरे दिन सोमवार को नगर निगम की पांच टीमों ने प्रमुख बाजारों का कचरा सुबह ही समेटकर सड़कों को साफ़ कर दिया। इसमें जले हुए पटाखों और मिठाई के डिब्बों का कचरा सबसे ज्यादा था। नगर निगम के सफाईकर्मियों ने सोमवार सुबह 9 बजे तक तत्परता दिखाकर सफाई तो की, पर अधिकांश कॉलोनियों की सड़कों और गलियों में सफाई मंगलवार सुबह हुई। दिवाली के दूसरे दिन पड़वा का पर्व होने से घर का कचरा बुहारकर उसे झाड़ू समेत बाहर रखा जाता है। ये कचरा सोमवार को वैसा ही पड़ा रहा और मंगलवार को उसका निपटारा हुआ।
सप्ताहभर पहले से कचरा बढ़ा
दिवाली की सफाई का काम घरों और प्रतिष्ठानों में श्राद्ध माह के बाद से ही शुरू हो जाता है। दिवाली से एक सप्ताह पहले इस काम में तेजी आ जाती है। ऐसे में घरों और प्रतिष्ठानों का सूखा कचरा बहुत ज्यादा निकलता है। इसमें बिल्डिंग वेस्ट, बगीचा, मंदिर, सार्वजनिक स्थान, खाने-पीने के स्थान का कचरा शामिल नहीं है। इन स्थानों का कचरा रोजाना अतिरिक्त समय में विशेष गाड़ियों से उठाया जाता है। निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अखिलेश उपाध्याय ने बताया कि हर साल रंगपंचमी के दूसरे दिन जिस तरह सफाई अभियान चलाया जाता है। उसी तरह दीपावली के दूसरे दिन भी कामगारों की टीम लगाई जाती है।
सोमवार को पांच टीमें बाजार में सुबह 5 बजे से सफाई कार्य में जुट गई थी। टीम के साथ कचरा उठाने ट्रेक्टर था। टीम ने 9 बजे तक पटाखा सहित अन्य कचरा उठा लिया। नगर निगम से मिली जानकारी के मुताबिक दिवाली पर इस बार एक सप्ताह में 1000 टन अतिरिक्त सूखा कचरा घरों और प्रतिष्ठानों से निकला। इस कचरे को ट्रेक्टरों से इकट्ठा किया गया। रोजाना शहर में गीला और सूखा 1200 टन के आसपास कचरा 200 से अधिक गाड़ियों से लिया जाता है। गाड़ियों से इकट्ठे किए गए कचरे को ट्रेंचिंग ग्राउंड में सेग्रिगेट किया जाता है।