Robbed Car Caught : नोएडा से कार लूटी, इंदौर की नंबर प्लेट, ग्वालियर में पकड़ाई

चार साल पहले हुई लूट के बदमाशों को तेज गाड़ी चलाने पर रोका तो खुला

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Indore : चार साल पहले नोएडा से लूटी क्रेटा कार पर भोपाल के बदमाश इंदौर के रजिस्ट्रेशन नंबर की प्लेट लगाकर ग्वालियर में दौड़ा रहे थे। पुलिस को सड़क पर कार रेस की खबर मिली, तो क्राइम ब्रांच ने घेराबंदी कर पकड़ा। खुद को छात्र बताते हुए पुलिस से डरकर भागने की बात कही। लेकिन, छानबीन करने पर पता चला जब्त कार को साल 2018 में नोएडा के एक व्यापारी से लूटा गया था।

ग्वालियर सूचना मिली थी कि पड़ाव क्षेत्र में एक चोरी की कार गलत नंबर से चल रही है। थाना प्रभारी क्राइम दामोदर गुप्ता, थाना प्रभारी पड़ाव विवेक अष्ठाना के नेतृत्व में दो टीमें बनाई गईं। एक टीम की कमान दामोदर गुप्ता व दूसरी की कमान विवेक अष्ठाना को सौंपी। सर्चिंग के दौरान क्रेटा कार आते हुए दिखाई दी। उसे रोकने का प्रयास किया तो कार सवार ने पुलिसकर्मियों को चकमा देने के लिए दूसरी तरफ मोड़ दी। टीम भी उसके पीछे लग गई और शंका होने पर दूसरी टीम को अलर्ट किया।

दूसरी टीम ने फूलबाग पर घेराबंदी की, लेकिन बदमाश किला गेट रोड की तरफ भाग निकले। दोनों टीमों ने बदमाशों को कार समेत सांई बाबा मंदिर के पास दबोच लिया। बदमाशों की पहचान नीलेश पुरी पुत्र महेश पुरी गोस्वामी निवासी सौरभ कॉलोनी चांदवाड़ा भोपाल, कपिल साहू पुत्र धनीराम साहू निवासी सौरभ कॉलोनी चांदवाड़ा भोपाल के रूप में हुई। दोनों ने पूछताछ में बताया कि यह कार उन्होंने 6 लाख रुपए में भोपाल के रविंद्र गिरी से खरीदी थी।

नंबर प्लेट इंदौर की
पुलिस ने बताया कि पुलिस ने दोनों युवकों को पकड़ा और कार के दस्तावेज मांगे तो युवक कार के दस्तावेज नहीं दिखा सके। कार पर इंदौर के रजिस्ट्रेशन नंबर की प्लेट लगी थी। जब उनसे भागने का कारण पूछा तो उन्होंने पुलिस से डरकर भागना बताया। पुलिस ने कार के चेचिस नंबर से जानकारी जुटाई तो पता चला कि कार नोएडा के पास की है और इसका पता चलते ही दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने पकड़े गए लुटेरों से पूछताछ शुरू कर दी है। पकड़े गए लुटेरों से पूछताछ के बाद कुछ अन्य घटनाओं का खुलासा हो सकता है।

कार मिलने की उम्मीद नहीं
उत्तर प्रदेश नोएडा निवासी रामेन्द्र कुमार रियल एस्टेट कारोबारी हैं और उनका कहना है कि कार बरामद होने की उम्मीद ही नहीं थी। क्योंकि, ये कार चार साल पहले उनसे कार लूटी गई थी। बदमाशों ने पांच घंटे बंधक बनाकर उनके साथ घटना घटित की थी। उनके खाते से 70 हजार रुपए भी निकाल लिए थे। इस मामले में नोएडा पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ कार छीनने का मामला दर्ज किया था, जबकि यह डकैती थी। आधा दर्जन बदमाशों ने उनके साथ पिस्टल अड़ाकर घटना को अंजाम दिया था।