

Ruckus at Municipal Corporation Meeting : निगम के सम्मेलन में हंगामा : स्वास्थ्य अधिकारी सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप, आयुक्त की कार्यशैली पर सवाल?
स्वास्थ्य समिति प्रभारी ने लगाए गंभीर आरोप, आयुक्त भट्ट पर भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण देने का आरोप!
Ratlam : मंगलवार को नगर निगम का साधारण सम्मेलन 7 माह बाद हंगामे के साथ शुरू हुआ। लगभग आधे घंटे विलम्ब से शुरू हुए सम्मेलन के पहले दिन भोजन अवकाश से पूर्व काफी गहमा-गहमी दिखाई दी। भाजपा पार्षद रत्न दीप सिंह (शक्ति) के सवाल पर स्वास्थ्य समिति प्रभारी ने अपने ही विभाग के अधिकारी एपी सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। स्वास्थ्य समिति प्रभारी विशाल शर्मा ने अपने स्वास्थ्य अधिकारी एपी सिंह के खिलाफ सबूत के साथ 4 माह पूर्व की गई शिकायत पर अब तक कार्रवाई नहीं होने पर आयुक्त हिमांशु भट्ट की कार्यशैली पर सवाल उठाया।
इस दौरान समिति प्रभारी शर्मा को यहां तक कहना पड़ गया कि जिस विभाग के समिति प्रभारी, अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार की सबूत के साथ गंभीर शिकायत कर रहे हैं। आयुक्त हिमांशु भट्ट ऐसे अधिकारी को उत्कृष्ट कार्य का 26 जनवरी के मुख्य समारोह में सम्मानित करवा रहें हैं।
बता दें कि मंगलवार सुबह रतलाम नगर निगम का साधारण सम्मेलन 11:30 बजे शुरू हुआ। कांग्रेस पार्षदों में अपने वार्डों में विकास कार्य नहीं होने पर भेदभाव का आरोप लगाया बजट में संपत्ति कर बढ़ाने प्रस्ताव को लेकर भी निगम सभापति शर्मा की आसंदी के सामने पहुंच गए। सम्मेलन की शुरुआत हंगामेदार हुई। नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा ने राजीव गांधी सिविल सेंटर में लापरवाह अधिकारियों पर अभी तक क्या कार्रवाई हुई इसे लेकर नगर निगम आयुक्त भट्ट से सवाल किया। आयुक्त भट्ट ने कोर्ट में मामला होने के कारण कुछ भी कहने से मना कर दिया। इस बात को लेकर भी जोरदार बहस से सदन गरमा गया।
सम्मेलन के पहले दिन पूर्व उपायुक्त और वर्तमान लेखा अधिकारी विकास सोलंकी पर बरती जा रही मेहरबानी को लेकर भी सवाल खड़े हुए। आयुक्त भट्ट पर आरोप लगा कि उनके द्वारा भ्रष्ट-अधिकारियों और कर्मचारियों को संरक्षण दिया जा रहा हैं। यह रतलाम की जनता के हित में नहीं है।
उन्होंने कहा कि जनता ने जिस विश्वास पर उन्हें चुनकर भेजा है इसलिए सदन में सवाल करना उनकी जिम्मेदारी है। लोकायुक्त में FIR दर्ज होने के बावजूद लेखा अधिकारी सोलंकी को अन्य कार्यों की निगम विपरीत जिम्मेदारी देने के साथ मनमाने रूप से अवकाश दिया जा रहा है। पार्षदों का आरोप है कि यह आयुक्त भट्ट का संरक्षण नहीं तो और क्या हैं? आखिर सभापति मनीषा शर्मा को आयुक्त को निर्देशित करना पड़ा कि वह आगे से पूरी तैयारी के साथ ही सदन में मौजूद हो। निगम आयुक्त भट्ट द्वारा आधी-अधूरी जानकारी लेकर सदन में सदस्यों को जो जानकारी दी जाती है वह सही नहीं है। उनके अलावा लीज अवधि बढ़ाने के मुद्दे पर भी भाजपा पार्षदों ने असंतोष जाहिर किया। लीज पट्टों की अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव अब राज्य शासन को भेजा जाएगा। प्रस्ताव में वर्तमान कलेक्टर गाइड लाइन के अलावा 25 प्रतिशत पेनल्टी लगाने पर सर्वानुमति हुई!
महापौर-11 भ्रष्टाचार में डूबी- नेता-प्रतिपक्ष!
नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा ने सम्मेलन की शुरुआत में कहा कि महापौर 11 (एमआईसी) भ्रष्टाचार में डूबी है तभी भाजपा पार्षद भगत भदौरिया ने इस बात पर आपत्ति जताई। इस दौरान दोनों के बीच गहमा-गहमी हुई। कांग्रेस पार्षद नासिर कुरेशी, मोहम्मद सलीम बागबान ने वार्डों में काम नहीं होने पर अधिकारियों से सवाल जवाब किया। सम्मेलन में भोजन अवकाश से पूर्व प्रश्नकाल के दौरान भाजपा पार्षद रत्नदीप सिंह (शक्ति) ने त्रिवेणी मेले में हुए भ्रष्टाचार के मुद्दों पर निगम आयुक्त भट्ट द्वारा अब तक क्या कार्रवाई की इस पर सवाल पूछा। इस दौरान सभापति शर्मा ने समय सीमा को और ध्यान आकर्षित किया। इस दौरान भाजपा पार्षद परमानंद योगी ने भाजपा पार्षदों के सवाल पर समय-सीमा पुरी होने और विपक्ष के पार्षदों को समय देने का गंभीर आरोप लगाया। इसी बीच रत्नदीप सिंह (शक्ति) में स्वास्थ्य समिति प्रभारी विशाल शर्मा से नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी एपी सिंह को लेकर जवाब मांगा।
इस दौरान समिति प्रभारी शर्मा ने आयुक्त भट्ट से सवाल किया कि मेरे द्वारा 17 दिसंबर 2024 को सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार करने के गंभीर मुद्दों पर लिखित शिकायत सबूत सहित पेश की थी। इस पर आपके द्वारा क्या एक्शन लिया गया। इस पर आयुक्त भट्ट टालमटोल जवाब देते नजर आए, इसको लेकर सदन में पक्ष-विपक्ष के पार्षदों के बीच जमकर नाराजगी देखने को मिली।