Bhopal : इंदौर-भोपाल हाई-वे पर लगे कई घंटों के जाम के बाद सीहोर में सात दिन के शिव महापुराण और रुद्राक्ष महोत्सव (Shiva Mahapuran and Rudraksh Festival) को प्रशासन ने रोक दिया था। इसके बाद प्रदेश में राजनीति गरमा गई। इसे लेकर भाजपा, संघ और कांग्रेस तीनों ने प्रशासन के फैसले पर उंगली उठाई थी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इसे गंभीरता से लिया है। समझा जा रहा है कि आज इस मुद्दे पर कोई बड़ा फैसला (Any big decision on this issue today) हो सकता है! संभव है कि सीहोर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक पर इसकी गाज गिरे, जिन्होंने संभावित भीड़ का अंदाजा नहीं लगाया और इसके इंतजाम नहीं किए।
सीहोर के नजदीक हेमा चितवलिया गांव स्थित कुबरेश्वर महादेव धाम में सोमवार से शुरू हुआ 7 दिवसीय शिव महापुराण कथा जारी है लेकिन रुद्राक्ष वितरण स्थगित कर दिया गया है। कार्यक्रम कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने आयोजित किया था, दावा किया गया था कि कार्यक्रम के दौरान 7 दिन में करीब 15 लाख श्रद्धालु आएंगे। पहले ही दिन लाखों श्रद्धालुओं के आने के कारण हालात बिगड़ गए।
इंदौर-भोपाल स्टेट हाईवे पर करीब 6 घंटे तक जाम (Indore-Bhopal State Highway jammed for about 6 hours) रहा। हाईवे पर कई किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लग गई। लोगों की परेशानी को देखते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा ने दुखी होकर उस दिन का कार्यक्रम स्थगित कर दिया था लेकिन अगले दिन से कथा यथावत जारी है।
बता दें कि जब उन्होंने उस दिन कथा स्थगित करने की घोषणा की थी तो वे भावुक होकर रो पड़े। भक्तों के भी आंसू छलक आए। यहाँ की ट्रैफिक व्यवस्था पुलिस और प्रशासन को मिलकर संभालना थी। लेकिन, वो इसे संभालने में नाकाम रहे। साथ ही उनका खुफिया तंत्र भी पूरी तरह फेल रहा।
इंदौर-भोपाल स्टेट हाईवे फोरलेन होने के बावजूद यहां लंबा जाम लग गया। इससे भीड़ का अंदाजा लगाया जा सकता है।
आज मुख्यमंत्री इस मामले की समीक्षा करके कोई फैसला कर सकते हैं!
भाजपा के बड़े नेता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी इस घटना को शर्मनाक बताया।
गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने भी कथावाचक पं प्रदीप मिश्रा से बात की। इस मुद्दे पर मंगलवार को सोशल मीडिया पर भी दिनभर प्रतिक्रियाएं हुई।
गृह मंत्री ने मंगलवार को विट्ठलेश सेवा समिति प्रमुख और कथावाचक पं प्रदीप मिश्रा से फोन पर बात करके व्यवस्थाओं की जानकारी ली। पूछा कि आपको कोई परेशानी तो नहीं! उनसे कहा कि सरकार आपके आशीर्वाद से ही है। पं मिश्रा ने गृहमंत्री को बताया कि अब स्थिति सामान्य है।
कैलाश विजयवर्गीय के पत्र के बाद माहौल बदला
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि 17 साल से आप इस प्रदेश के मुखिया हैं। आखिर ऐसी कौन सी विपदा आ गई थी, कि पं प्रदीप मिश्रा पर इतना दबाव बनाया गया कि उन्हें भारी मन से कथा समाप्त करना पड़ी।
उन्होंने CM को यह भी लिखा कि सीहोर के अकर्मण्य प्रशासन के कारण आपकी छवि पर भी असर पड़ रहा है। भोपाल में इज्तिमा होता है और लाखों लोग शामिल होते हैं।
ई मंत्रियों को जाम में फंसना भी पड़ता है, लेकिन ऐसा कभी सुनाई नहीं दिया कि भीड़ के कारण इज्तिमा रोक दिया गया हो। सीहोर के प्रशासनिक अधिकारी आयोजन की सूचना होने के बाद भी व्यवस्था नहीं जुटा सके। इसमें पूरी गलती स्थानीय अधिकारियों की थी।
कमल नाथ ने इसे शर्मनाक घटना कहा
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के लिए यह घटना शर्मनाक है। ऐसा कभी नहीं हुआ कि प्रशासन की असफलता की वजह से धार्मिक आयोजन को स्थगित करना पड़ा हो।
महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर शिव महापुराण व रुद्राक्ष महोत्सव को दबाव डालकर पहले दिन ही स्थगित करा दिया गया।
कथावाचक को व्यासपीठ से श्रद्धालुओं को महोत्सव के स्थगित होने की सूचना देनी पड़ी। इससे शर्मनाक प्रदेश के लिए कुछ और नहीं हो सकता है।
Congress का प्रतिनिधिमंडल आज पंडित प्रदीप मिश्रा से भेंट करने कथास्थल पहुंचेगा
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के निर्देश पर कांग्रेस के 5 नेताओं का प्रतिनिधिमंडल आज सीहोर में प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी के दर्शन करने व उनसे भेंट करने कथास्थल पहुंचेगा।
जिस प्रकार से प्रशासन ने दबाव डालकर सीहोर में “रुद्राक्ष महोत्सव “ के आयोजन को निरस्त कराया है, इससे लाखों श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई है और जिस प्रकार से कथावाचक जी ने आंखों में आंसू लिए व्यासपीठ से, दबाव के कारण उक्त निर्णय को लिए जाने की बात कही है, उसके बाद से ही श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश भी है।
जब कई दिनों पूर्व से ही इस आयोजन की जानकारी व सूचना स्थानीय प्रशासन को दी जा चुकी थी तो क्या कारण है कि प्रशासन ने इस आयोजन के लिये कोई व्यवस्था तक नहीं की? धर्म प्रेमी प्रदेश में ऐसी घटना आज तक के इतिहास में नहीं हुई है।
इस प्रतिनिधिमंडल में पीसी शर्मा (पूर्व मंत्री), बलबीर सिंह तोमर (जिला अध्यक्ष), रमेश सक्सेना (पूर्व विधायक), शैलेंद्र पटेल (पूर्व विधायक) और अवनीश भार्गव (वरिष्ठ नेता) शामिल रहेंगे।