मंत्री का टिकिट कटने की सुगबुगाहट, सोशल मीडिया पर जारी किया भावनात्मक वीडियो
परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट
मेहगांव विधायक और मध्य प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया ने एक वीडियो जारी कर अपने अब तक के कार्यकाल के बारे में बताते हुए कहा है कि उन्होंने हमेशा नि:स्वार्थ भाव से जनता की भलाई का काम किया है। उन्होंने जात पात से ऊपर उठकर सभी के लिए समान रूप से कार्य किया। उनके कार्यकाल में केवल और केवल विकास के कार्य किए गए और किसी भी व्यक्ति के खिलाफ झूठी एफआईआर नहीं हुई (हालांकि एक व्यक्ति ने कमेंट कर अपने ऊपर झूठी एफआईआर होने की बात इसी पोस्ट पर लिखी)।
उन्होंने अपने कार्यकाल में हुए विकास कार्यों को गिनाते हुए कहा कि जनता उसे आगे तक याद रखेगी। अपने वीडियो में ओपीएस भदोरिया ने बार-बार अपने समाज का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने और उनके समाज ने किसी के साथ कभी कोई बुराई नहीं की। उन्होंने अपने विकास कार्यों को गिनाते हुए कहा कि इसके अलावा भी बड़े बुजुर्गों का और हर वर्ग का सम्मान करना उनके पारिवारिक संस्कार हैं। उनके पास अगर कोई मदद मांगने आया तो उन्होंने सबका साथ दिया। अगर किसी का भला नहीं कर पाए तो उसका बुरा भी नहीं होने दिया।
ओपीएस भदोरिया ने सबसे बड़ी बात बोलते हुए कहा कि उनके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है उनके क्षेत्र का विकास और उनका खुद का आत्म सम्मान और उसके लिए वह बड़ी से बड़ी कुर्बानी दे सकते हैं। वह इस बात को केवल कह नहीं रहे हैं उन्होंने इसको करके दिखाया है। उन्हें षड्यंत्र की राजनीति नहीं आती और शायद यही उनकी कमजोरी है। उन्होंने जनता को अपना भगवान बताते हुए कहा कि 2013, 18 और 20 में जनता ने उनके साथ दिया और इसके लिए वह उसके आजीवन ऋणी रहेंगे। चाहे कितना भी बड़ा संकट हो और कैसी भी विषम परिस्थिति हो हर समय वह जनता के साथ खड़े थे, खड़े हैं और खड़े रहेंगे। उनके लिए पद महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन आपका पारिवारिक सदस्य होने के नाते आपके अधिकार और हक की लड़ाई लड़ने का जो अधिकार है वह कोई नहीं छीन सकता। सामाजिक समरसता का जो बीज उन्होंने मेहगांव विधानसभा में बोया था वह आज अंकुर बन गया है और इस बीज को वृक्ष बनाने का जो संकल्प है उसमें किसी को भी बाधा नहीं बनने दूंगा।
अपने वीडियो में उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया का जिक्र करते हुए कहा कि उनके महाराज और जनता उनके साथ संकट में खड़े हैं और वही मेरा संबल हैं। ओपीएस भदोरिया ने जनता से माफी मांगते हुए कहा कि जाने अनजाने में अगर उनके व्यवहार से किसी को कोई पीड़ा हुई है तो वह उसके लिए माफी चाहते हैं। उन्होंने अंतिम शब्द बोलते हुए कहा कि वह जनता को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि वह अपनी अंतिम सांस तक उनकी भलाई के लिए कार्य करते रहेंगे।