Sachin Pilot: शक्ति प्रदर्शन को तैयार, 17 अप्रैल को इन जिलों का दौरा
सचिन पायलट 17 अप्रैल को झुंझुनू के खेतड़ी में शहीद की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में पहुंचेंगे। इसकी तैयारियों में पायलट समर्थक जुट गए है। सूत्रों के अनुसार 17 अप्रैल को ही पायलट खेतड़ी से लौटते हुए जयपुर के शाहपुरा में आयोजित हो रहे एक धार्मिक अनुष्ठान में भी हिस्सा लेंगे।
संकेत मिल रहे हैं कि अब पायलट के दौरे शुरू हो चुके हैं। माना जा रहा है पायलट सरकार पर भी सवाल खड़े कर सकते हैं। इससे पहले पायलट ने पांच जिलों में किसान सम्मेलन आयोजित किए थे। इन सम्मेलनों में पायलट के निशाने पर सीएम अशोक गहलोत ही रहे थे। सचिन पायलट के ये सभी प्रस्तावित दौरे है। अंतिम समय में फेरबदल भी हो सकता है।
पीछे हटने को तैयार नहीं पायलट
माना जा रहा है कि सचिन पायलट भी पीछे हटने को तैयार नहीं दिखाई दे रहे हैं। सचिन पायलट के अनशन से 12 घंटे पहले प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा पायलट को एक तरह से चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर यह अनशन हुआ तो उसे पार्टी विरोधी गतिविधि माना जाएगा. लेकिन पायलट ने पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के समय हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ न केवल अनशन किया, बल्कि अनशन के बाद जिस तरह से पायलट अपने कार्यकर्ताओं से मिले और शक्ति प्रदर्शन किया, उससे लगता है कि अब वह अब पीछे हटने को तैयार नहीं है। राजनीति के दंगल में अपनों से ही दो-दो हाथ करने की भी तैयारी में जुट गए हैं।इन सबके बीच राजस्थान कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा गुरुवार को सचिन पायलट को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक करेंगे। जयपुर के सियासी हलकों में चर्चा है कि सचिन पायलट को भी बुलावा आ सकता है। वहीं, सचिन पायलट समर्थक झुंझनु के खेतड़ी ओर जयपुर के शाहपुरा में शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में जुटे हैं।
गहलोत ने साधी चुप्पी
सचिन पायलट की ओर से अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए गए, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस पूरे मामले में चुप्पी साध ली है। यहां तक कि कैबिनेट की बैठक में भी उन्होंने मंत्रियों से इस मामले में कोई बयानबाजी नहीं करने की हिदायत दी. उन्होंने कहा कि इस मामले को आलाकमान देख रहा है और निर्णय आलाकमान ही करेगा, कोई भी मंत्री अनावश्यक रूप से बयानबाजी न करें. वहीं, गुरुवार का दिन राजस्थान कांग्रेस और सचिन पायलट की राजनीति के लिए काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि पायलट के अनशन को लेकर कांग्रेस प्रभारी रंधावा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे के साथ अहम बैठक करने जा रहे हैं. इस बैठक में पायलट को बुलाकर उनका भी पक्ष जाना जा सकता है।
Akhilesh Came to Indore: अखिलेश ने कहा ‘संविधान को सबसे ज्यादा खतरा भाजपा से!