Sorrow of IAS : भावुक होकर आखिर रोने क्यों लगे IAS, क्या थी वजह!

लोगों ने उन्हें आंसू छुपाकर आंखें पोंछते हुए देखा!

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Sorrow of IAS : भावुक होकर आखिर रोने क्यों लगे IAS, क्या थी वजह!!

Panipat (Haryana) : यहां के जिला आयुक्त आईएएस सुशील सारवान एक कार्यक्रम के दौरान इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े। वे एक श्रद्धांजलि सभा में गए थे, इस दौरान वहां सुशील सारवान आंसू पोंछते हुए नजर आए। ये श्रद्धांजलि सभा आतंकी हमले में शहीद हुए IAS एमएल वर्मा को याद करने के लिए आयोजित की गई थी।

पानीपत के किला स्थित एमएल वर्मा पार्क में बुधवार को हुई यह श्रद्धांजलि सभा में पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के अतिरिक्त प्रधान सचिव IAS एमएल वर्मा को श्रद्धांजलि दी गई। जिसमें DC सुशील सारवान भी शामिल हुए थे। पूर्व मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव पूर्व आईएएस एमएल वर्मा आतंकवादियों के एक हमले में शहीद हो गए थे। इन शहीद आईएएस को याद करके ही सुशील सारवान की आंखें भर आई थी।

एक फरवरी 1992 को हुई इस घटना में आतंकियों ने एमएल वर्मा, उनकी पत्नी प्रीति वर्मा और बेटे गौरव और सौरभ समेत उनके गनमैन को गोली मार दी थी। वर्मा पूरे परिवार के साथ आतंकियों का शिकार हो गए। आतंकवादी एमएल वर्मा से चंडीगढ़ के मसलों को लेकर खफा रहते थे। आतंकवादियों ने उनपर घात लगाकर उस समय हमला किया जब वो अपने पैतृक गांव यमुनानगर जिले के लल्हेड़ी कलां जा रहे थे।

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वर्मा ने किया हरियाणा का प्रतिनिधित्व

पूर्व आईएएस एमएल वर्मा केंद्र और पंजाब के साथ होने वाली वार्ताओं को लेकर लगातार हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते थे। एसवाईएल नहर निर्माण और कई बड़े अहम मुद्दों को लेकर एमएल वर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के कार्यकाल में अतिरिक्त प्रधान सचिव और आईएएस की जिम्मेदारी को बखूबी निभाई थी।

एमएल वर्मा का का शहीद दिवस हर साल 1 फरवरी को आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है। शहीद एमएल वर्मा लल्हेड़ी कलां गांव के रहने वाले थे। उनकी गिनती ईमानदार और साफ-सुथरी छवि के अधिकारियों में होती थी। एक फरवरी को उनके गांव लल्हेड़ी कलां, कुरुक्षेत्र, जींद, हिसार, पानीपत समेत कई जगहों पर कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धांजलि दी गई।