

Salute to MPs & MLAs : सांसदों और विधायकों का पुलिस अधिकारी सैल्यूट से अभिवादन करें, डीजीपी के निर्देश जारी!
Bhopal : मध्यप्रदेश के सांसदों और विधायकों को पुलिस अफसर अब सैल्यूट करेंगे। यह निर्देश डीजीपी कैलाश मकवाना ने दिए हैं। पुलिस अफसरों के लिए यह नया फरमान जारी हुआ है। इस निर्देश में डीजीपी ने स्पष्ट किया है, कि जनप्रतिनिधि के साथ शिष्ट व्यवहार में कमी नहीं होनी चाहिए।
दरअसल, यह निर्देश 24 अप्रैल को डीजीपी कैलाश मकवाना ने दिए। इसमें स्पष्ट कहा गया कि अगर सांसद और विधायन मिलने आएं, तो पुलिस अफसरों को उन्हें प्राथमिकता देनी होगी। सभी पुलिस अफसर-अधिकारियों को सांसद, विधायकों को सरकारी कार्यक्रम या सामान्य मुलाकात के दौरान उनका अभिवादन करना होगा। दोनों जनप्रतिनिधियों को सम्मानपूर्वक जवाब देना होगा।
डीजीपी ने निर्देश देते हुए यह भी कहा कि सांसदों और विधायकों द्वारा पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से मोबाइल पर जन समस्या को लेकर संपर्क किया जाता है, तो अधिकारी कर्मचारी की पूरी रूप से जिम्मेदारी होगी, कि वे बातचीत के दौरान उनकी बात ध्यानपूर्वक सुनें और सम्मानजनक व्यवहार करें।
नवंबर 2024 में परेड में सलामी पर रोक लगी थी
29 नवंबर 2024 को आदेश जारी हुए थे कि मुख्यमंत्री, मंत्री एवं पुलिस अधिकारियों को दी जाने वाली सलामी समाप्त की जाती है। केवल राज्यपाल ही सलामी ले सकेंगे। किंतु देखने में आ रहा है कि उक्त पत्र का कड़ाई से पालन नहीं हो रहा। इससे परेड में लगे कर्मचारियों की ड्यूटियां प्रभावित होती है। शासन के निर्णय का उल्लंघन किया जाता है। साथ ही यह प्रथा अंग्रेजों की याद दिलाती है। अब सलामी परेड सिर्फ राज्यपाल को ही दी जाएगी।