Sand Expensive : NGT की रोक हटने के बाद भी रेत के मनमाने दाम!
Indore : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने भी रेत खदानों से रोक हटा ली है l उसके बावजूद रेत की कीमतों में उछाल से व्यापारी परेशान है। रेत खदानों पर ज्यादा वसूली की जा रही है। रॉयल्टी को लेकर रेत व्यापारियों ने एकजुट होकर खनिज विभाग के प्रमुख सचिव सुखबीर सिंह को पत्र लिखकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
बड़े-बड़े उद्योग इकाई को तैयार करने में रेत की जरुरत अधिक मात्रा में पढ़ती है, बड़ी मात्रा में रेत खरीदी जाती हैl लेकिन, महंगी रॉयल्टी की वजह से रेत के दाम भी बढ़ गए, इसका असर व्यापारियों पर पड़ रहा है। रेती मंडी व्यापारी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन शर्मा और सचिव मनीष अजमेरा ने बताया कि प्रदेश में रेत खदान ठेकेदारों की मनमानी व जिम्मेदारों की मिलीभगत से रेत की कीमतों में बेहिसाब लूट चल रही है। पहले सीहोर जिले में रेत खदान पर रेत की कीमतें ठेकेदार द्वारा लगभग 21,000 ली जा रही थी, अब 40,000 रुपए कर दी गई है।
मकान व उद्योग निर्माण पर प्रभाव
रेत की बढ़ती कीमतों के चलते निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं। जनता महंगी रेत को वहन नहीं कर पा रही है। शहर में रेत की एक हजार वर्ग फीट की गाड़ी की कीमत 65 से 70 हजार रुपये तक पहुंच गई, इसका असर निर्माण कार्य पर साफ दिखाई दे रहा है। औद्योगिक क्षेत्रों में निर्माणाधीन उद्योगों पर भी इसका असर दिखाई दे रहा है।