Sandal Scandal : CEO पर चप्पल तानने के मामले में अफसर एकजुट हुए 

IAS को चप्पल से मारने की कोशिश करने वाली जनप्रतिनिधि पर कार्रवाई की मांग

613

Sandal Scandal : CEO पर चप्पल तानने के मामले में अफसर एकजुट हुए 

Mungeli : छत्तीसगढ़ के मुंगेली में जिला पंचायत के CEO पर एक महिला जिला पंचायत सदस्य के चप्पल तानने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में प्रदेश के सभी वर्ग के अफसर लामबंद हो गए। छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा के एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य सचिव (CS) अमिताभ जैन से मिला। CS को ज्ञापन देकर CEO राहुल व्यास को चप्पल से मारने की कोशिश करने वाली जिला पंचायत सदस्य लैला ननकू पर कार्रवाई की मांग की।

छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ, प्रदेश भर के राज्य सेवा के अफसरों का संगठन है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष पांडेय के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव से मुलाकात कर अपनी चिंता से अवगत कराया। उनका कहना था, इस तरह की कोशिश अफसरों को उनका काम करने से हतोत्साहित करती है। ऐसा हुआ तो कोई अफसर सामान्य ढंग से काम नहीं कर पाएगा।

संघ के प्रतिनिधि मंडल ने मुंगेली जिला पंचायत के CEO और IAS अधिकारी राहुल व्यास के साथ एकजुटता दिखाई। उन्होंने जिला पंचायत सदस्य लैला ननकू की चप्पल से मारने की कोशिश को अमर्यादित, अभद्र और अपमानजनक व्यवहार बताते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। साथ ही अफसरों के सुरक्षा के प्रति चिंता जताते हुए संरक्षण भी मांगा। इससे पहले राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने अपनी एक बैठक में इस घटना के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया।

IAS एसोसिएशन का भी विरोध
इस मामले पर प्रशासनिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया हुई। छत्तीसगढ़ IAS एसोसिएशन पहले ही अपना विरोध व्यक्त कर चुका है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज पिंगुआ ने इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मुलाकात कर आपत्ति दर्ज कराई। विभिन्न कर्मचारी और राजत्रित अधिकारियों का संगठन भी IAS अधिकारी के समर्थन में आ गया है। कर्मचारियों ने तो हड़ताल की चेतावनी भी दी।

क्या हुआ था उस दिन 

यह घटना 23 दिसम्बर की है। उस दिन जिला पंचायत सदस्य लैला ननकू किसी काम से CEO से मिलने गईं थी। दोनों के बीच बातचीत बहस में बदल गई और जिला पंचायत सदस्य ने अफसर को मारने के लिए चप्पल हाथ में उठा ली। सुरक्षाकर्मियों ने बीच-बचाव कर उन्हें बचाया। महिला जिला पंचायत सदस्य का आरोप है कि जिला पंचायत CEO ने बहस के दौरान उनकी जाति को लेकर बात की। इस वजह से उनको गुस्सा आ गया। जबकि, CEO का कहना था कि ऐसी कोई बात ही नहीं हुई। महिला को किसी ने सिखाकर ऐसा करने के लिए भेजा था।