Sanitation Premier League : ‘स्वच्छता प्रीमियर लीग’ श्रेणी बनाने का मकसद दूसरे शहरों के काम को प्रोत्साहन देना!

स्वच्छता रैंकिंग में लगातार खिताब जीतकर इंदौर ने दूसरे शहरों का हौसला तोड़ा!

215

Sanitation Premier League : ‘स्वच्छता प्रीमियर लीग’ श्रेणी बनाने का मकसद दूसरे शहरों के काम को प्रोत्साहन देना!

New Delhi : इस बार देश में स्वच्छता का खिताब दो श्रेणियों में दिया गया। एक रही ‘स्वच्छता प्रीमियर लीग’ और दूसरी ‘स्वच्छ शहर।’ पहली श्रेणी में उन शहरों को शामिल किया गया जो पिछले तीन सालों में नंबर वन, टू या थ्री आए हैं। इंदौर सहित ऐसे 14 शहर इस स्वच्छता लीग में शामिल किए गए, जिनमें इंदौर ने नंबर-वन का खिताब जीता। यानी इंदौर का मुकाबला उसकी श्रेणी के 14 शहरों से ही था। जबकि, अहमदाबाद ने जिस श्रेणी में पहले नंबर का ख़िताब जीता, वो ओपन श्रेणी है।

केंद्रीय शहरी व आवास मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के लिए पहली बार यह लीग बनाई। पहले प्राप्त अंकों के आधार पर रैंकिंग घोषित हो जाती थी। लेकिन, अब लीग में शामिल शहरों को विशेष पुरस्कार दिए गए। स्वच्छता रैंकिंग के मामले में इंदौर सात बार से लगातार टॉप पर बना हुआ है। स्वच्छता रैंकिंग में इंदौर को देश के दूसरे शहर पीछे नहीं कर पाए।     रैंकिंग में प्रतिस्पर्धा का माहौल बना रहे, इसलिए आखिरकार शहरी विकास मंत्रालय को अलग श्रेणी बनाना पड़ी। इसमें उन शहरों को रखा गया, जो तीन साल से रैंकिंग में टाॅप-थ्री में है। इस लीग में शामिल 14 शहरों की नंबरों के आधार पर रैंकिंग दी गई और स्वच्छता लीग में अवॉर्ड दिया गया। प्रीमियर लीग के शहरों का आकलन भी 12500 नंबरों के आधार पर ही हुआ। लीग में शामिल जो शहर 85% अंक नहीं ला पाते, तो वे फिर प्रीमियर लीग श्रेणी से बाहर हो जाएंगे।

IMG 20250717 WA0059

स्वच्छता प्रीमियर लीग इसलिए बनाई

केंद्रीय शहरी व आवास मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के लिए पहली बार यह लीग बनाई। पहले प्राप्त अंकों के आधार पर रैंकिंग घोषित हो जाती थी। इन लीग में वे शहर शामिल है, जिन्हें स्वच्छता के मामले में दूसरे शहर रोड मॉडल के रूप में देखते है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भोपाल में एक कार्यक्रम में कहा था कि सात साल से इंदौर लगातार स्वच्छता रैंकिंग में पहले स्थान पर आ रहा है। इससे दूसरे लोगों को तकलीफ होने लगी थी। वे कहते थे कि हर साल इंदौर को ही नंबर वन आना है तो फिर हमें काम क्यों करना।

स्वच्छता लीग में ये शहर शामिल 

इंदौर के साथ 14 शहर स्वच्छता लीग में शामिल है। इनमें सूरत, नवी मुबंई, चंडीगढ़, नोएडा, तिरुपति, अंबिकापुर, नई दिल्ली,सासवड़, पाटन, नोएडा, उज्जैन, पंचगनी, वीटा, बुदनी जैसे शहर शामिल हैं। ये सभी शहर बीते तीन वर्षों में टॉप थ्री रैंकिंग में रहे।