
Sanja Mata : नवश्रृंगारित गुलाब चक्कर में गुंजे संजा माता के लोक गीत, श्रोतागण हुएं मंत्रमुग्ध!
Ratlam : शहर के कालिका माता क्षेत्र स्थित नवश्रृंगारित गुलाब चक्कर में कलेक्टर राजेश बाथम के निर्देशन में जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के जिला परियोजना अधिकारी अरुण पाठक, समन्वयक अश्विन कुमार शुक्ला के प्रयासों से गुलाब चक्कर में दिन ब दिन निखार आता जा रहा हैं जहां रतलाम के कलाकारों को एक उत्कृष्ट प्लेटफार्म मिल गया हैं और गायक कलाकारों को अपनी कला को प्रदर्शित करने का अवसर भी, जिसमें वह उत्कृष्ट प्रस्तुतियां देकर शहर सहित जिले के श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर रहें हैं। गुलाब चक्कर परिसर में प्रतिदिन भोर होते ही यहां योगगुरु विशाल कुमार वर्मा व नित्येन्द्र आचार्य के सानिध्य में योग-ध्यान, प्राणायाम का प्रशिक्षण दिया जाता हैं। जिसमें 50 से अधिक योगसाधक भाग लेकर शारीरिक लाभ लें रहें हैं और दिन में भी जिले की कोई ना कोई पार्टी द्वारा उत्कृष्ट प्रस्तुतियां दी जाती रही हैं। गुलाब चक्कर में अधिकांशतः रात्रि 7-30 बजे से रात्रि 10 बजे तक विभिन्न संस्थानों द्वारा यहां प्रस्तुति दी जाती हैं।
इसी तारतम्य में शुक्रवार को मालवा लोकोत्सव, लोकपर्व संजा का आयोजन सम्पन्न हुआ जो डॉ. सतीश गोथवाल के निर्देशन में सतत 3 घंटे तक जारी रहा। इस संगीत साधना में संजा गीत, गणेश वंदना, मामेरा गीत, रातजगा गीत की मनमोहक प्रस्तुति से श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। इस कार्यक्रम में गायत्री कला केंद्र के 13 कलाकारों ने प्रभावी प्रस्तुतियां दी जिसमें धनवंती गोथरवाल, प्रियांशी शर्मा, हिराशमी चौहान, श्रेष्ठा पाठक, माहीप्रिया, धनिष्ठा चौहान, काव्या बैरागी, विधा जोशी, संगीता पाटीदार, लक्षिता जोशी तथा तबला, केशव सोलंकी, ओक्टोपेड, हेमंत पाटीदार और 7 वर्षीय बालक कृष्णव ने लगातार मंजीरा बजाकर दर्शकों को हेरान कर दिया। आनंद विभाग की और से जिला समन्वयक सीमा अग्निहोत्री, पुष्पेंद्र सिंह सिसौदिया, आशा उपाध्याय और विनीता ओझा ने पारंपरिक संजाबाई बनाकर गीतों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर जिला प्रशासन की और से सहायक जिला परियोजना अधिकारी अरुण पाठक ने भी कलाकारों का उत्साहवर्धन किया!





